Maharashtra Ladli Behna Yojana: लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लोकलुभावन योजनाओं की झड़ी लगा दी है। इनमें ‘लाडली बहन योजना’ सबसे प्रमुख है। राज्य सरकार की इस योजना को लेकर विपक्ष हमलावर है। शिवसेना नेता (UBT) आदित्य ठाकरे ने ‘लाडली बहन योजना’ को लेकर महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार पर निशाना साधा है।
महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि भाजपा सरकार को यह योजना तब याद आई है, जब वह चुनाव हार रही है। ठाकरे ने कहा कि राज्य में एमवीए की सरकार बनेगी। साथ ही उन्होंने दावा किया एमवीए सरकार इस योजना के तहत ज्यादा राशि देगी।
लाडली बहना योजना की विपक्ष की आलोचना पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि विपक्ष पहले दिन से ही ‘लाडली बहना योजना’ का विरोध कर रहा है। वे कह रहे थे कि यह योजना खराब है और सिर्फ चुनावी ‘जुमला’ है, वे अदालत भी गए, क्योंकि वे डर गए थे क्योंकि यह योजना सुपरहिट हो गई थी। यह हमारी सरकार मुहैया ही कराती है। हम जो कहते हैं वो करते हैं।
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मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वे हमें दिखाएं कि उन्होंने 2.5 साल में क्या किया। जनता चुनाव में इसका फैसला करेगी। उन्होंने कहा कि जनता ने एक बार फिर से फैसला किया है कि महायुति एक बार फिर पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।
लाडली बहन योजना का पात्र कौन?
महाराष्ट्र सरकार ने लाडली बहना योजन के तहत हर महीने 21 से 65 साल की उम्र की महिलाओं को 1500 रुपये देने का ऐलान किया है। इस योजना के लिए जरूरी है कि आवेदक महिला के परिवार की सालाना आय 2.5 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। यदि महिला के परिवार का कोई सदस्य आयकरदाता है तो वह इस योजना के लिए पात्र नहीं है। राज्य की करीब 1.5 करोड़ महिलाएं इसके दायरे में आने की उम्मीद की जा रही है।
सरकार की तरफ से जिस तरह इस योजना को लांच किया गया है और जिस तरीके से इसे पेश किया गया है। महाविकास आघाडी (MVA) के नेताओं ने सीधे तो इस योजना का विरोध नहीं किया है,लेकिन सवाल खड़े करते आए हैं। उनका कहना है कि यह योजना को चुनावी स्टंट है। ऐसे में महाराष्ट्र के चुनावों का ऐलान 8 अक्तूबर के बाद कभी भी हो सकता है।