जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के हटने के बाद लद्दाख से भाजपा सांसद जमयांग सेरिंग नमग्याल ने संसद में दमदार भाषण दिया। उनके इस भाषण की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खूब तारीफ की। अपने इस भाषण के बाद से नमग्याल खासे मशूहर हो गए और लगातार मीडिया की सुर्खियों में बने हुए हैं।
भाजपा सांसद के भाषण को लेकर इंडिया टुडे न्यूज के डायरेक्टर राहुल कंवल जब उनके निवास पर पहुंचे तो उन्होंने अपनी पत्नी सोनम वांग्मो को लेकर भी बातचीत की। साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि पत्नी बहुत सहयोगी और उन्होंने समय के साथ खूब समझौता किया है। नमग्याल ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘मैं भाषण के बाद व्यस्त हो गया हूं जिसकी वजह से मुझे अब राष्ट्रीय मीडिया सहित कई लोगों को समय देना होगा।’
वहीं भाजपा सांसद से करीब छह महीने पहले विवाह करने वाली सोनम वांग्मो ने कहा कि वह भी बहुत सारे भारतीयों की तरह संसद में उनके भाषण से काफी प्रभावति हुई हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव वह उसके बाद काफी व्यस्त हो गए।
राजनीतिक विचारधाराओं के संबंध में पति संग मतभेदों पर बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘राजनीति में आने पर हमारे बीच मतभेद होते हैं और वह हमेशा मुझे समझाने की कोशिश करते हैं। शादी में संघी और दूसरी विचारधारा थोड़ी चलती है। वह मुझे भाजपा और संघ की तरफ खींचने की कोशिश करते हैं।’ उन्होंने कहा कि पारिवारिक और राजनीतिक मामले दोनों अलग-अलग हैं और उनका राजनीतिक विवाह नहीं है।
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पत्रकार संग बाचतीत में भाजपा सांसद की पत्नी सोनम वांग्मो ने कहा कि उन्हें लगता है कि जेएनयू में कन्हैया कुमार के साथ जो हुआ वो गलत था। सोनम वांग्मो मुताबिक, ‘वीडियो और ऑडियो फर्जी थे। यह सबकुछ मेरे हॉस्टल के सामने हुआ। हमें पता है कि कन्हैया उस वक्त वहां मौजूद नहीं था। वह सिर्फ इसलिए गिरफ्तार हुआ क्योंकि वह छात्र नेता था।’
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन बिल पारित होने के दौरान नमग्याल ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा था कि लद्दाख के लोग इसे केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिलवाने के लिए पिछले 70 सालों से लड़ाई लड़ रहे थे। उन्होंने यह आरोप भी लगा कि जम्मू-कश्मीर को विकास निधि का अधिकतर हिस्सा मिला मगर लद्दाख को कुछ नहीं मिला। लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिलने पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं की खूब तारीफ की। लोकसभा में उनका यह भाषण सोशल मीडिया में भी खूब वायरल हुआ।
नमग्याल ने इससे पहले कहा था कि लद्दाख की जनता साल 1948 से इस क्षेत्र के लिए केंद्र शासित प्रदेश को केंद्र शासित बनाए जाने की मांग कर रही थी क्योंकि कश्मीर-केंद्रित नेता होने के चलते उनके साथ हमेशा भेदभाव किया गया।
बता दें कि पिछले सप्ताह केंद्र ने अनुच्छेद 370 के तहत कश्मीर को मिलने वाले विशेष प्रावधान को निरस्त कर दिया और प्रदेश को दो केंद्र शासित भागों में बांट दिया। इसमें जम्मू-कश्मीर में विधानसभा होगी हालांकि लद्दाख में विधानसभा नहीं होगी।
