Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंव अस्पताल में महिला डॉक्टर से रेप-मर्डर के मामले में विरोध प्रदर्शन थम नहीं रहा है। न्याय की मांग कर रहे आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार शाम अपना ‘पूर्ण काम बंद’ वापस ले लिया। लेकिन ममता सरकार को अल्टीमेटम दिया कि अगर 24 घंटे के अंदर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करेंगे।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टर ने कहा, “मरीजों की भलाई को ध्यान में रखते हुए हमने ‘पूर्ण काम बंद’ वापस करने का फैसला किया है, लेकिन हम (पश्चिम बंगाल) सरकार के डर से ऐसा नहीं कर रहे हैं। अगर 24 घंटे के अंदर हमारी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो हम भूख हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे।” उन्होंने आगे आरोप लगाया कि आज सुबह उनके विरोध मार्च के दौरान पुलिस ने उनके एक साथी पर हमला किया।

एक जूनियर डॉक्टर ने कहा, “हमारे दो साथी (धरमतला में) सड़क के पास हमारा इंतजार कर रहे थे, जिन्हें पुलिस ने पीटा। हमें इसकी वजह नहीं पता। हम यहां शांतिपूर्ण रैली कर रहे थे और हमें यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की अनुमति थी। हम पुलिसकर्मियों के इस रवैये का विरोध करते हैं। पुलिस को माफी मांगनी होगी, नहीं तो हम अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे। “

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हाथों में घड़ियां थामे डॉक्टरों ने अपनी मांगों को दोहराया, जिसमें पश्चिम बंगाल के सभी मेडिकल कॉलेजों में “धमकी संस्कृति” में शामिल कथित अपराधियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए एक केंद्रीय जांच समिति गठित करने का निर्देश देना भी शामिल था।

इससे पहले, 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक साथी चिकित्सक के साथ बलात्कार और हत्या के बाद डॉक्टर 42 दिनों के लिए पूर्ण रूप से ‘काम बंद’ पर चले गए थे। राज्य के अधिकारियों के साथ चर्चा के बाद उन्होंने 21 सितंबर को अपनी हड़ताल समाप्त कर दी थी और आवश्यक सेवाएं बहाल कर दी थीं।हालांकि, पिछले सप्ताह राज्य द्वारा संचालित कॉलेज ऑफ मेडिसिन एवं सागर दत्ता अस्पताल में एक मरीज के परिवार द्वारा उन पर किए गए हमले के बाद चिकित्सकों ने 1 अक्टूबर को अपना ‘काम बंद’ फिर से शुरू कर दिया।