कोलकाता रेप-मर्डर केस मामले में सीबीआई की जांच जारी है, इस दौरान आर जी कर हॉस्पिटल के बाहर और देशभर के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन भी देखा जा रहा है। टीएमसी के मंत्री कुणाल घोष ने इन प्रदर्शनों को लेकर बयान देते हुए कहा कि लोगों के दर्द को राजनीतिक नारों में बदलने का प्रयास किया जा रहा है। कुणाल घोष ने कहा,”लोग अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं इसमें कुछ गलत नहीं है, लेकिन भाषा का ख्याल रखा जाना चाहिए, भाषा मर्यादित होनी चाहिए। कुछ लोग इस पूरे मामले को लेकर सिर्फ राजनीति कर रहे हैं।”
देशभर में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों ने न्याय की मांग करते हुए ‘काली राखी’ बांधी।
फर्जी पोस्टमार्टम रिपोर्ट, फर्जी तस्वीर ना फैलाएं
टीएमसी के मंत्री कुणाल घोष ने एक प्रेस कांफ्रेस करते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर लोगों के दर्द को राजनीतिक नारे में बदला जा रहा है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा, आप सोशल मीडिया पर जो दर्द बयां कर रहे हैं और जो विरोध कर रहे हैं, उस पर कोई आपत्ति नहीं है। आप कुछ भी कह सकते हैं लेकिन भाषा मर्यादित होनी चाहिए। फर्जी तस्वीर और फर्जी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, फर्जी ऑडियो, फर्जी खबरें फैलाना गलत है। ऐसा न करें, यह आपत्तिजनक है।”
अपराधी को फांसी हो : टीएमसी मंत्री
ममता बनर्जी सरकार के मंत्री कुणाल घोष ने आगे अपनी बात रखते हुए दोषी के लिए फांसी की सजा की मांग कर दी। यह मांग सीएम ममता बनर्जी भी कर चुकी हैं।
उन्होंने कहा, “दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है, अपराधी को फांसी होनी चाहिए लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि राम, वामपंथी और कुछ बुरी ताकतें मिलकर इसे दूसरी दिशा में मोड़ दें। वे वोटों से नहीं जीत पाए इसलिए नाटक रच रहे हैं, लेकिन हम उनके द्वारा किए जा रहे नाटक का विरोध कर रहे हैं। हम स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि मौत की सजा होनी चाहिए. हम समाधान चाहते हैं, मामले में सजा होनी चाहिए।”