कोलकाता रेप और मर्डर केस को लेकर पूरे देश में गुस्सा है। कोलकाता में जिस युवा डॉक्टर का रेप और मर्डर हुआ है, उनके पिता ने न्यूज चैनल एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि जिस तरह से पुलिस ने केस हैंडल किया, उससे वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी में विश्वास खो चुके हैं। उन्होंने आगे कहा कि सीबीआई कम से कम प्रयास तो कर रही है। इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने अपनी बेटी की डायरी का एक पेज सीबीआई को दिया है। इस पेज में क्या है, यह उन्होंने बताने से इनकार कर दिया।

एनडीटीवी द्वारा जब उनसे राज्य द्वारा की गई जांच को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा, “पहले मुझे उनपर पूरा विश्वास था लेकिन अब नहीं। वो न्याय मांग रही हैं लेकिन वह ऐसा किसलिए कह रही हैं? वह उसका जिम्मा ले सकती हैं, वह कुछ नहीं कर रहीं।” उन्होंने कहा कि वो कह रहे हैं ‘हमें जस्टिस चाहिए’। लेकिन यही बात जब आम जनता कह रही है तो उन्हें जेल में बंद करने की कोशिश की जा रही है।

‘मुख्यमंत्री का अपनी सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरना उनकी कमजोरी दिखाता है’, चिराग ने ममता बनर्जी पर बोला हमला

पीड़िता की मां ने बंगाल के लोगों को दी सलाह

रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि राज्य के लोगों को पीड़िता की माता ने एक सलाह दी है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की सभी योजनाएं- कल्याणश्री योजना, लक्ष्मी योजना – सभी छद्म हैं। जो भी इन योजनाओं का फायदा लेना चाहता है, वह पहले यह तय कर ले कि आपके घर की लक्ष्मी सेफ है या नहीं।

कोलकाता रेप मामले पर सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले स्वत: संज्ञान लिया है। मंगलवार को सीजेआई डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच इस मामले की सुनवाई करेगी। वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में मशहूर चिर प्रतिद्वंद्वी फुटबॉल क्लब ईस्ट बंगाल और मोहन बागान के समर्थकों ने रविवार शाम कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम के पास एक साथ इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया।

धर्मेंद्र प्रधान ने ममता बनर्जी पर साधा निशाना

मोदी सरकार में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। उन्होंने रविवार को कहा कि वह जितना लोगों को डराएंगी, न्याय के लिए लोगों की आवाज उतनी ही तेज होगी। धर्मेंद्र प्रधान ने X के जरिए कहा, “ममता दीदी और उनकी पुलिस जितना लोगों को डराएगी, न्याय के लिए लोगों की आवाज उतनी ही तेज होगी। बंगाल में दीदी की पुलिस जो कर रही है, वही असली तानाशाही है। पहले उन्होंने सबूत मिटाने की कोशिश की और अब वे लोगों को पीड़ित परिवार के साथ एकजुटता में खड़े होने से रोक रहे हैं।”