सोमवार का दिन कांग्रेस के लिए काफी अच्छा रहा। सोमवार सुबह राहुल गांधी की सांसदी बहाल हो गई तो वहीं दोपहर में जम्मू कश्मीर के 21 नेताओं ने कांग्रेस का दामन थाम लिया। यह सभी नेता पहले कांग्रेस में थे लेकिन किन्हीं कारणों से उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। दिल्ली में कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में ये 21 नेता फिर से कांग्रेस में शामिल हुए।

गुलाम नबी आजाद और आम आदमी पार्टी को लगा बड़ा झटका

21 नेताओं की कांग्रेस में वापसी से गुलाम नबी आजाद और आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। बता दें कि यह सभी नेता गुलाम नबी आजाद की पार्टी ‘डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी’ और आम आदमी पार्टी में थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कम्युनिकेशन विभाग के मुखिया जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए बताया कि 21 नेताओं की घर वापसी में एक ऐसे भी नेता हैं, जिन्होंने गुलाम नबी आजाद के कहने पर मेरे खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज किया है।

21 नेता हुए कांग्रेस में शामिल

इससे पहले आज सुबह डीएपी (गायब हो रही आजाद पार्टी) के 21 जम्मू-कश्मीर नेता फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए, जिसमें गुलाम नबी आजाद की ओर से मेरे खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने वाला एक नेता भी शामिल था। इस बीच गुलाम नबी आजाद ने स्वयं अपने डीएनए उत्परिवर्तन का नया सबूत देते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का विरोध करने वाले लोग ज़मीनी स्थिति से अनभिज्ञ हैं।”

21 नेताओं की जॉइनिंग से इंडिया एलायंस की पार्टनर आम आदमी पार्टी को भी बड़ा झटका लगा है। देशभर में विपक्षी दल बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए से लड़ने की योजना बना रहे हैं और उसी के लिए इंडिया एलायंस बनाया गया, जिसमें आम आदमी पार्टी भी शामिल है। लेकिन जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के नेताओं को ही शामिल करा कर उन्हें बड़ा झटका दिया है।

जम्मू-कश्मीर में गुलाम नबी आजाद ने जब से कांग्रेस छोड़कर अपनी नई पार्टी का गठन किया है, उसके बाद से ही वह पूरे राज्य में लगातार दौरे कर रहे हैं। जब गुलाम नबी आजाद ने पार्टी बनाई थी, उस दौरान कई कांग्रेस के नेताओं ने उनकी पार्टी का दामन थामा था। लेकिन अब लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी को बड़ा झटका लगा है।