जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग से बड़ी खबर है। यहां आतंकियों के खिलाफ चल रही मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारी- एक कर्नल और एक मेजर व जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक डिप्टी एसपी शहीद हो गए हैं। सेना के दोनों अधिकारी राष्ट्रीय राइफल्स का हिस्सा थे।

अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष और जम्मू कश्मीर पुलिस के डिप्टी एसपी हुमायूं भट गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए थे और बाद में उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि भट की मृत्यु अत्यधिक खून बह जाने के कारण हुई।

लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन ने ली जिम्मेदारी

प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े रेजिस्टेंस फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। अधिकारियों का मानना है कि ये वही आतंकवादियों का समूह है, जिसने चार अगस्त को कुलगाम जिले के हलाण वनक्षेत्र के ऊंचाई वाले इलाके में सेना के जवानों पर हमला किया था, जिसमें तीन जवान शहीद हो गए थे।

मंगलवार रात शुरू हुआ था ऑपरेशन

अधिकारियों ने बताया कि गाडोले इलाके में आतंकियों के खिलाफ अभियान मंगलवार शाम को शुरू हुआ था, लेकिन रात में इसे रोक दिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह आतंकवादियों की तलाश फिर शुरू की गई जब सूचना मिली कि उन्हें एक ठिकाने पर देखा गया है। सेना के कर्नल अपने दल का नेतृत्व कर थे, जिसने आतंकियों पर हमला बोल दिया। हालांकि, आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी की जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दौरान मेजर आशीष और डीएसपी भट को भी गोलियां लगीं जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। जीओसी 15 कोर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह सहित सेना और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, स्थिति का आकलन करने के लिए मौके पर पहुंचे।

राजौरी में भी एनकाउंटर

राजौरी जिले में छिपे हुए आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए सुरक्षा बलों ने बुधवार को अपना घेरा और तलाशी अभियान तेज कर दिया, जिसके बाद ताजा मुठभेड़ शुरू हो गई। यहां सुदूर नारला गांव में मंगलवार को हुई मुठभेड़ में एक संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी मारा गया था। गोलीबारी में सेना का एक जवान और सेना की श्वान इकाई की छह वर्षीय मादा लैब्राडोर केंट भी शहीद हो गई थी, जबकि तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जम्मू जोन) मुकेश सिंह ने कहा कि बुधवार को जब सुरक्षा बलों का आतंकवादियों से आमना सामना हुआ तो ताजा मुठभेड़ शुरू हो गई। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी जारी है। अधिकारियों ने कहा कि खराब मौसम के बावजूद सुरक्षा बलों ने राजौरी शहर से 75 किलोमीटर दूर इलाके के चारों ओर पूरी रात मजबूत घेराबंदी की और सुबह आस-पास के इलाकों में तलाशी बढ़ा दी। उन्होंने बताया कि रात में रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही लेकिन किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।

अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने सोमवार को वन क्षेत्र पतराडा इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया और दो लोगों की संदिग्ध गतिविधि को देखने के बाद कुछ राउंड गोलीबारी की। दोनों संदिग्ध अंधेरे और घने जंगल की आड़ में भागने में सफल रहे। वे अपने पीछे एक बैग, कुछ कपड़े और अन्य सामान छोड़ गए जिन्हें खोजी दलों ने बरामद कर लिया।