कर्नाटक में दिसंबर के पहले हफ्ते में उप-चुनाव होने हैं। इसी बीच भाजपा में बगावत शुरु हो गई है। ऐसी खबरें हैं कि भाजपा के कई नेता कांग्रेस और जेडीएस के संपर्क में हैं। इसी बीच होसकोटे सीट पर हो रहे उपचुनाव में भी भाजपा नेता शरत बचेगौड़ा ने टिकट ना मिलने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इस पर पार्टी ने कार्रवाई करते हुए शरत बचेगौड़ा को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। शरत बचेगौड़ा, भाजपा सांसद बीएन बचेगौड़ा के बेटे हैं।
सूत्रों के अनुसार, शरत बचेगौड़ा को उम्मीद थी कि पार्टी होसकोटे सीट से उन्हें टिकट देगी, इसके लिए बचेगौड़ा ने चुनाव लड़ने की तैयारी भी शुरु कर दी थी। हालांकि भाजपा द्वारा शरत बचेगौड़ा की बजाय अयोग्य ठहराए गए विधायक एमटीबी नटराज को टिकट दे दिया। इस बात से नाराज होकर शरत बचेगौड़ा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। इस पर भाजपा ने भी कड़ी कार्रवाई करते हुए बचेगौड़ा को पार्टी से निष्कासित कर दिया। उल्लेखनीय है कि जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने हाल ही में ऐलान किया था कि यदि शरत बचेगौड़ा होसकोटे सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं तो उनकी पार्टी शरत बचेगौड़ा को समर्थन देगी।
इससे पहले अयोग्य ठहराए गए विधायकों को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली थी और कोर्ट ने अपने एक फैसले में कर्नाटक के इन अयोग्य ठहराए गए विधायकों को उप-चुनाव में शामिल होने की इजाजत दे दी थी। ये विधायक कर्नाटक विधानसभा के पूर्व स्पीकर केआर रमेश कुमार द्वारा दल-बदल कानून के तहत अयोग्य ठहराए गए थे। बता दें कि इन विधायकों की बगावत के चलते ही कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की अल्पमत में आयी और बाद में सत्ता से बाहर हो गई थी। यह सरकार सिर्फ 14 माह ही सत्ता में रही थी। इसके बाद इसी साल जुलाई में भाजपा ने बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में राज्य में सरकार का गठन किया।
अयोग्य ठहराए गए कांग्रेस-जेडीएस के 16 विधायक गुरुवार को भाजपा में शामिल हो गए थे। इनमें से 13 विधायकों को भाजपा ने उपचुनाव में टिकट दिया है। कर्नाटक में 5 दिसंबर को अथानी, कागवाड, गोकक, येल्लापुरा, हीरेकेरुर, रानीबेन्नूर, विजयनगर, चिकबल्लापुरा, के.आर.पुरा, यशवंतपुरा, महालक्ष्मी लेआउट, शिवाजीनगर, होसकोट, के.आर.पेटे, हुनसूर विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव होने हैं। इन सीटों पर 9 दिसंबर को मतगणना होगी।