Karnataka Assembly: कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने शुक्रवार को अपना पहला बजट पेश किया। इस दौरान हुई एक घटना ने विधानसभा की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए। दरअसल, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया विधानसभा में बजट पेश कर रहे थे। इसी दौरान एक अनजान शख्स विधानसभा की सीट पर बैठा दिखाई दिया। शख्स 15 मिनट तक विधानसभा की कार्रवाई देखता रहा।

अनजान व्यक्ति सदन में घुसा और देवदुर्ग के विधायक करियाम्मा की कुर्सी पर बैठ गया था। हालांकि, बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। चूंकि आरोपी विधानसभा हॉल के अंदर बैठा था, इसलिए कई लोगों ने मान लिया कि वह एक निर्वाचित विधायक है।

आरोपी की पहचान चित्रदुर्ग के 72 वर्षीय के थिप्पेरुद्रप्पा के रूप में की गई है। विधानसभा में बिना किसी अनुमति के घुसे इस शख्स पर तब ध्यान गया, जब वह बजट सत्र के दौरान विधायक की कुर्सी पर बैठा दिखा। जेडीएस विधायक शरण गौड़ा कंदाकुर ने सदन में एक अपरिचित चेहरा देखकर अध्यक्ष और विधानसभा सचिव को इसकी जानकारी दी और उन्हें सतर्क किया। उन्होंने बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति विधानसभा में जद (एस) विधायक करियाम्मा की सीट पर बैठा है।

कंदाकुर ने कहा, ‘जिस दिन सिद्धरमैया ऐतिहासिक बजट पेश कर रहे थे, यह ऐतिहासिक घटना हुई, कर्नाटक विधानसभा के इतिहास में पहली बार एक व्यक्ति चुपके से सदन में घुस आया।’ वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार को विधानसभा में अपना रिकॉर्ड 14वां बजट पेश किया, जो नवगठित कांग्रेस सरकार का पहला बजट भी था।

विधायक बताकर सदन में दाखिल हुआ आरोपी

पुलिस उपायुक्त आर. श्रीनिवास गौड़ा ने कहा कि आरोपी स्वयं को विधायक बताकर सदन में दाखिल हुआ था। गौड़ा ने मीडिया को बताया कि सत्यता सामने आने के बाद मार्शल ने उसे पकड़ लिया और उसे पुलिस को सौंप दिया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सदन में तैनात मार्शल के लिए सभी विधायकों को पहचानना मुश्किल है, क्योंकि कई नये चेहरे हैं।

एक मार्शल ने बताया कि वे अभी भी नवनिर्वाचित विधायकों को पहचान रहे हैं, क्योंकि उनमें से 70 पहली बार चुने गए विधायक हैं। इसके अतिरिक्त, विधायकों के निजी सचिव होने का झूठा दावा करके विधानसभा लाउंज में प्रवेश करने वाले लोगों के मामले भी सामने आए हैं।

सदन में 15 मिनट तक मौजूद रहा आरोपी

कंदाकुर के मुताबिक, थिप्पेरुद्रप्पा 15 मिनट तक सदन में मौजूद रहा, जबकि पुलिस उपायुक्त आर श्रीनिवास गौड़ा ने कहा कि वो करीब पांच मिनट तक सदन में मौजूद रहा। सुरक्षा कर्मियों ने आगंतुक रजिस्टर में थिप्पेरुद्रप्पा का विवरण दर्ज किया था और एक प्रवेश पास जारी किया था, लेकिन उसके पास विधानसभा गैलरी तक पहुंचने के लिए आवश्यक अनुमति नहीं थी।

आरोपी व्यक्ति पेशे से वकील है। उसने मोलकालमुरु से विधायक होने का दावा किया था, लेकिन वर्तमान में इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कांग्रेस के एन वाई गोपालकृष्ण कर रहे हैं। डीसीपी गौड़ा ने स्वीकार किया कि सुरक्षाकर्मी थिप्पेरुद्रप्पा के इस आत्मविश्वास भरे दावे से हैरान रह गए कि वह एक विधायक हैं।