राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने जेएनयू के एक प्रोफेसर द्वारा कथित तौर पर दलित और मुस्लिम शिक्षकों को ‘राष्ट्रविरोधी’ बताये जाने को लेकर विश्वविद्यालय को कारण बताओ नोटिस भेजा है। एक वेबसाइट द्वारा प्रकाशित एक इंटरव्यू में विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर ने कथित तौर पर ये टिप्पणी की थी। वह जेएनयू के एक स्कूल के प्रमुख हैं।

जेएनयू के कुलपति को आठ मार्च को भेजे गये पत्र में कहा गया है, ‘राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को एक शिकायत मिली है और आयोग को मिली शक्तियों के अनुसार इसने मामले की जांच का फैसला लिया है। इसलिए नोटिस मिलने के पांच दिन के भीतर आपसे तथ्यों और सूचनाओं एवं इस मामले में की गयी कार्रवाई की रिपोर्ट जमा करने का आग्रह किया जाता है।