JNU में 9 फरवरी को हुए विवादास्पद कार्यक्रम के मामले में खुद को दंड दिए जाने का विरोध करते हुए एबीवीपी सदस्य सौरभ शर्मा ने आज राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से राष्ट्रवादियों और जिम्मेदार छात्रों की रक्षा करने की अपील की। कैंपस में हुए विवादास्पद कार्यक्रम के शिकायतकर्ता को जांच पैनल ने यातायात रोकने का ‘दोषी’ पाया जिसके बाद विश्वविद्यालय ने उनपर 10,000 रूपये का जुर्माना लगाया। सौरभ ने राष्ट्रपति को एक पत्र में कहा है, “मैंने JNU के अन्य जिम्मेदार नागरिकों और राष्ट्रवादी छात्रों के साथ नौ फरवरी को देशद्रोही गतिवधियों का विरोध करते हुए JNU प्रशासन को एक आपत्ति पत्र दिया था। उसी के अनुसार प्रशासन ने अनुमति वापस ले ली। हालांकि कुछ छात्र नेताओं के साथ आयोजकों ने कार्यक्रम किया।”

उन्होंने कहा है, “जमावड़े का विरोध करने और भारत विरोधी कार्यक्रम का आयोजन करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी में कानून का साथ देने की मुझे सजा दी गयी। JNU प्रशासन भारत विरोधी छात्रों और राष्ट्रवादी छात्रों के बीच भेद करने में नाकाम रहा। मुख्य प्रॉक्टर के ऑफिस आदेश में भविष्य में ऐसे किसी कार्यक्रम-जुलूस का विरोध नहीं करने के प्रति मुझे आगाह किया गया है।’’

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