दिल्ली के रामलीला मैदान पर रविवार को आयोजित विपक्षी इंडिया गुट की ‘लोकतंत्र बचाओ रैली’ में झारखंड मुक्ति मोर्चा की नेता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि देश में तानाशाही का दौर चल रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा, “देश से तानाशाही ख़त्म होगी…।”
सोरेन ने कहा, ”50% महिला आबादी, 9% आदिवासियों की आवाज हूं”
कल्पना सोरेन ने कहा, ”मैं भारत की 50 प्रतिशत महिला आबादी और 9 प्रतिशत आदिवासी समुदाय की आवाज बनकर आपके सामने खड़ी हूं…आज इस ऐतिहासिक मैदान में ये सभा इस बात की गवाही दे रही है कि आप सभी इस तानाशाही के खिलाफ देश के हर हिस्से से आए हैं।” उन्होंने कहा कि जनता चुप नहीं बैठेगी। वह लोकतंत्र को बचाने के लिए भ्रष्टाचार और तानाशाह के प्रतीक शासन को सत्ता से हटा देगी। इस रामलीला मैदान की भीड़ इस बात को साबित करती है कि जनता इस बार पूरी तैयारी के साथ बैठी है।
आदिवासियों की कहानी संघर्षों और कुर्बानियों से भरी है
कल्पना सोरेन ने कहा कि आदिवासियों की कहानी संघर्षों और कुर्बानियों से भरी है। अपने महापुरुषों और वीरांगानाओं पर गर्व है। उन्होंने कहा कि हमारा आदिवासी इतिहास शताब्दियों के प्रतिशोध, संघर्ष के आग से तपा हुआ, खून से लिखा हुआ इतिहास है, जिस पर हम सभी आदिवासियों को गर्व है।
उन्होंने कहा कि देश में संविधान से मिलीं सभी गारंटियां खत्म हो रही हैं। पीएम मोदी अपनी गारंटी दे रहे हैं, लेकिन संविधान की गारंटी खत्म हो रही है। संवैधानिक संस्थाओं को नष्ट किया जा रहा है, संवैधानिक मूल्यों को खत्म किया जा रहा है। इसका नतीजा है कि बेरोजगारी बढ़ रही है। समाज में नफरत का जहर घोला जा रहा है। महंगाई बढ़ रही है। कल्पना सोरेन ने कहा, “जनता सबसे बड़ी है। कोई नेता बड़ा नहीं होता है। कोई कितना भी बड़ा हो जाए, देश की 140 करोड़ जनता से बड़ा नहीं हो सकता है।”
इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “ये भाजपा वाले कह रहे हैं कि केजरीवाल जी जेल में हैं, उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। क्या आप लोग चाहते हैं कि वे इस्तीफा दें? आपका केजरीवाल शेर है, उन्हें ये लोग ज़्यादा दिन तक जेल में नहीं रख पाएंगे।”