टाटा के मालिकाना हक वाली लग्जरी कार कंपनी जगुआर लैंडरोवर (JLR) ने ऊंची कीमत वाली डीजल कारों की बिक्री पर लगे बैन की कड़ी आलोचना की है। जगुआर ने दावा किया है कि उनकी लेटेस्ट तकनीक पर आधारित कारें दिल्ली में जितना प्रदूषण नहीं करतीं, उससे ज्यादा गंदी हवा सोखती हैं। यूके की कंपनी जगुआर के सीईओ राल्फ स्पेठ ने कहा, ”लेटेस्ट यूरोपियन VI मानक में कुछ तकनीकी फीचर भी हैं, जो दिल्ली की हवा साफ कर सकती हैं। इस तरह की गाडि़यां किसी वैक्यूम क्लीनर की तरह चलती हैं। ये जो हवा छोड़ती हैं, उससे कहीं गंदी हवा यहां सोखती हैं। ”
बता दें कि दिसंबर महीने में सुप्रीम कोर्ट ने 2000 सीसी से ज्यादा पावर वाली डीजल एसयूवी के रजिस्ट्रेशन पर दिल्ली और एनसीआर में 31 मार्च तक के लिए बैन लगा दिया था। इस फैसले से प्रभावित होने वाली कंपनियों में जेएलआर भी शामिल थी। जगुआर के सीईओ ने कहा कि अगर प्रदूषण घटाने का मकसद है तो संगठित कदम उठाने होंगे। इसके तहत पुरानी कारों को बैन करना होगा। साथ ही दूसरे स्रोतों से होने वाले प्रदूषण पर भी लगाम कसनी होगी। उन्होंने कहा, ”सिर्फ एक उपाय से कुछ नहीं होगा। गलत सुझाव और गलत तकनीक से भी कुछ नहीं होगा।” सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर निराशा जताते हुए कहा, ”मैं एक इंजीनियर हूं। इस आदेश का बाजार या किसी और चीज से कोई मतलब नहीं है। तकनीक के दृष्टिकोण से इस तरह के फैसले की कोई वजह नहीं दिखती।” बता दें कि बैन के प्रभाव से उबरने के लिए जेएलआर अब कई पेट्रोल मॉडल्स पर काम कर रहा है।