जम्मू-कश्मीर में आम नागरिकों पर बढ़े हमलों के बीच श्रीनगर के ईदगाह इलाके में बृहस्पतिवार को आतंकवादियों ने एक महिला प्रधानाध्यापक समेत सरकारी विद्यालय के दो शिक्षकों की गोली मार कर हत्या कर दी। हालांकि पिछले पांच दिनों में घाटी में सात नागरिकों की हत्या हुयी है, जिनमें से छह की हत्या शहर में हुई है। मृतकों में से चार लोग अल्पसंख्यक समुदाय से थे। लेकिन मुस्लिम लड़की को पालने वाली महिला प्रिंसिपल की हत्या से सिख समुदाय भड़क गया है। समुदाय ने विरोध के तौर पर प्रिंसिपल के पार्थिव शरीर के साथ मार्च किया।
श्रीनगर में सिख समुदाय के लोगों ने महिला प्रिंसिपल सुपिंदर कौर के पार्थिव शरीर के साथ मार्च किया। उन्होंने कहा कि इस घटना की भर्त्सना सभी समुदायों के लोग करें। सिख समुदाय के लोगों ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की। इन हत्याओं के खिलाफ जम्मू से श्रीनगर तक सिख समुदाय के लोगों सड़कों पर निकले और पाकिस्तान के खिलाफ अपनी आक्रोश जाहिर किया। जम्मू में भी लोगों ने नाराजगी जताई।
रैली में शामिल लोगों ने श्रीनगर में आतंकी घटनाओं के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया। लोगों ने तीखी नारेबाजी करते हुए कहा कि आतंकवादियों को इस हिंसा का जवाब देना होगा। एक अन्य हिंदू शिक्षक दीपक चांद की भी आतंकियों ने हत्या की थी। उनका भी आज जनाजा निकाला गया। आतंकी दोनों शिक्षकों को मीटिंग रूम से निकालकर कंपाउंड में लाए और फिर दोनों की गोली मारकर सरेआम हत्या कर दी।
#WATCH | Mortal remains of Supinder Kaur, killed in yesterday's targeted killing by terrorists in Srinagar, being taken for last rites, slogans against "The Resistance Front" (TRF) being raised during the funeral procession in Srinagar pic.twitter.com/UyXfq88wHb
— ANI (@ANI) October 8, 2021
गौरतलब है कि श्रीनगर के संगम ईदगाह ब्वॉएज हायर सेकेंड्री स्कूल में आतंकियों ने गुरुवार को स्कूल की प्रिंसिपल सुपिंदर कौर और शिक्षक दीपक चांद की गोली मारकर हत्या कर दी। इस स्कूल में सुबह करीब 10.30 बजे तीन आतंकवादी पिस्टल के साथ दाखिल हुए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आतंकियों ने स्कूल स्टॉफ से पूछकर यह पहले सुनिश्चित किया कि वहां कश्मीरी मुस्लिम के अलावा अन्य किस समुदाय के शिक्षक हैं।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह का कहना है कि भय का माहौल बनाने के लिए दोनों को मारा गया। उधर, महिला प्रिंसिपल सुपिंदर कौर से जुड़े लोगों ने बताया कि वह समाज कल्याण के कामों में बढ़चढ़कर हिस्सा लेती थीं। अपनी तनख्वाह का एक बड़ा हिस्सा वह जरूरत मंद मुस्लिमों पर खर्च करती थीं। उनके पड़ोसी शौकत अहमद डार का कहना है कि वह मुस्लिम अनाथ लड़की का पालन पोषण कर रही थीं। सुपिंदर की 11 साल की बेटी जसलीन व 6 साल का बेटा जसजीत सिंह है।