बीजेपी के साथ अपने गठबंधन का विस्तार “बिहार से बाहर” करने और दिल्ली विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ने के फैसले के बाद, जद (यू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन के वर्मा ने पार्टी प्रमुख नीतीश कुमार से “वैचारिक स्पष्टता” की मांग की है। उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री ने देश में भाजपा के बारे में “खतरनाक आशंका” व्यक्त की थी और कहा था कि बीजेपी देश को “विनाशकारी जगह” में ले जा रही है। वर्मा ने मंगलवार को नीतीश कुमार को दो पन्नों का पत्र लिखा है। इसमें जदयू नेता ने दावा किया कि नीतीश कुमार ने उन्हें बताया था कि कैसे भाजपा नेतृत्व उनका अपमान कर रही है। इस पत्र के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं।

पत्र के माध्यम से वर्मा ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह “बड़े पैमाने पर, सामाजिक रूप से विभाजनकारी एजेंडे पर चल रही है”। वर्मा ने कहा कि वह दिल्ली में भाजपा के साथ गठबंधन करने के पार्टी के फैसले से “काफी चिंतित” थे। उन्होंने आगे कहा कि नीतीश ने “एक से ज्यादा मौकों पर” “भाजपा-आरएसएस गठबंधन के बारे में गंभीर आशंका” व्यक्त की है।

अगस्त 2012 में नीतीश के साथ अपनी पहली बैठक को याद करते हुए वर्मा ने कहा, “आपने मुझसे लंबे समय तक और पूरे विश्वास के साथ कहा था कि नरेंद्र मोदी और उनकी नीतियां देश के लिए सही नहीं हैं। जब आप महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे थे, तो आपने खुले तौर पर ‘आरएसएसमुक्त भारत’ का आह्वान किया था।”

जदयू नेता ने आगे कहा, “भ्रम का कारण इस बात से पैदा होता है कि जब आपने 2017 में भाजपा के साथ फिर से गठबंधन किया तब भी भाजपा के बारे में आपकी निजी आशंकाएं नहीं बदलीं। मिसाल के तौर पर मुझे निजी तौर पर आपका कबूलनामा याद है कि कैसे बीजेपी पार्टी में मौजूदा नेतृत्व ने आपको अपमानित किया है। आपने एक से अधिक मौकों पर यह कहा कि भाजपा भारत को एक ‘खतरनाक स्थान’ में ले जा रही है। यह आपका निजी विचार था। जैसा कि मुझे बताया गया है कि भाजपा संस्थानों को नष्ट कर रही है, और देश के भीतर लोकतांत्रिक और समाजवादी ताकतों को फिर से संगठित करने की जरूरत है।”

पवन वर्मा ने कहा, “अगर ये आपके (नीतीश कुमार) वास्तविक विचार हैं, तो मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि जेडी (यू) अब बिहार से बाहर भाजपा के साथ अपना गठबंधन कैसे बढ़ा रहा है, जबकि भाजपा के अन्य सहयोगी जैसे अकाली दल ने भी ऐसा करने से इनकार कर दिया है। यह विशेष रूप से ऐसे समय में है जब सीएए-एनपीआर-एनआरसी गठबंधन के माध्यम से भाजपा ने देश के शांति, सद्भाव और स्थिरता को समाप्त करने उद्देश्य से बड़े पैमाने पर सामाजिक रूप से विभाजनकारी एजेंडे को अपनाया है।”