जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में गुरुवार को मुठभेड़ में आतंकी मारे गए थे। मारे गए आतंकियों के पास से सेना के जवानों द्वारा ऑस्ट्रिया में बनी स्टेयर एयूजी असॉल्ट राइफल बरामद होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां चिंतित हैं। बता दें कि गुरुवार को सुरक्षा बलों को नियंत्रण रेखा पर संदिग्ध गतिविधि का पता चलने के बाद गोलीबारी शुरू हो गई और चुनौती दिए जाने पर आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी।
सूत्रों ने कहा कि बरामद की गई वस्तुओं में स्टेयर एयूजी असॉल्ट राइफल भी शामिल है। इसके अलावा दो विदेशी आतंकवादी मारे गए। उनके पास से हथियार और गोला-बारूद, युद्ध जैसे सामान और एक पाकिस्तानी पहचान पत्र बरामद किया गया था।
कितनी खतरनाक है Steyr AUG असॉल्ट राइफल?
स्टेयर एयूजी गैस-पिस्टन-संचालित एक असॉल्ट राइफल है, जो एक बंद बोल्ट से फायर करती है। इसे एक मॉड्यूलर हथियार सिस्टम के रूप में डिज़ाइन किया गया है जिसे तुरंत एक असॉल्ट राइफल, एक कार्बाइन, एक सबमशीन गन और यहां तक कि एक ओपन-बोल्ट लाइट मशीन गन के रूप में कॉन्फ़िगर किया जा सकता है।
आतंकवादी पहले से ही अमेरिका निर्मित एम-4 कार्बाइन राइफलों का उपयोग कर रहे हैं। इनमें से कई सुरक्षा बलों ने जम्मू क्षेत्र और कश्मीर दोनों में मारे गए आतंकवादियों से बरामद किए थे। एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा, “एम-4 का इस्तेमाल ज्यादातर शीर्ष कमांडरों और जम्मू-कश्मीर में सक्रिय पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा किया जाता है।” उन्होंने बताया कि ये राइफलें अपग्रेडेड हैं और इनमें रात में देखने वाले उपकरण हैं।
पूर्व जम्मू-कश्मीर डीजीपी एसपी वैद ने कहा, “पाकिस्तान की आईएसआई को नार्को व्यापार के माध्यम से बहुत पैसा मिला है। वे इसका इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में इस्तेमाल के लिए हथियार खरीदने के लिए कर रहे हैं। स्टेयर एयूजी को एक मॉड्यूलर हथियार सिस्टम के रूप में डिज़ाइन किया गया है।”
नाटो भी इस्तेमाल करता था स्टेयर एयूजी राइफल
सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार ऑस्ट्रिया निर्मित असॉल्ट राइफल स्टेयर एयूजी का इस्तेमाल अफगानिस्तान में नाटो बलों द्वारा किया जाता था और जब 2021 में एक समझौते के तहत नाटो बल वहां से निकले तो कई हथियार तालिबानियों द्वारा लूट लिए गए या वहीं छोड़ दिए गए। बाद में ऐसे हथियार अवैध रूप से बेच दिए गए। यह राइफल पाकिस्तान में एसएसजी द्वारा भी इस्तेमाल की जा रही है।