Jammu Kashmir Updates: कश्मीर में सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ाने, आतंकवादी हमले की आशंका और सीमा पर पाकिस्तान से तनातनी के बीच हालात बेहद तनावपूर्ण हो चले हैं। रविवार देर रात कश्मीर के बड़े राजनेताओं में शुमार पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला के अलावा सज्जाद लोन को नजरबंद कर दिया गया। वहीं, कई इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं और धारा 144 लगा दी गई।

इससे पहले, नैशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने रविवार शाम ट्वीट करके कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि कश्मीर में अनौपचारिक तौर पर कर्फ्यू लगने वाला है और मुख्यधारा के नेताओं को या तो हिरासत में लिया जाएगा या उन्हें नजरबंद करके रखा जाएगा। उन्हें कहा, ‘मुझे लगता है कि मुझे आधी रात के बाद से नजरबंद किया जाएगा और मुख्यधारा के नेताओं के लिए यह प्रक्रिया शुरू भी हो चुकी है।’

इस बीच, एक अंग्रेजी अखबार के हवाले से खबर आई है कि कश्मीर में पानी-बिजली जैसे मूलभूत सेवाओं से जुड़े विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे जिला प्रशासन से कर्फ्यू पास ले लें। अफसरों की छुट्टियां तक रद्द हो चुकी हैं। उधर, बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने ट्वीट करके लिखा, ‘कश्मीर मुद्दे का समाधान शुरू हो चुका है।’

वहीं, पुलिस ने कहा है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिये ऐहतियाती कदम के तौर पर घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अस्थाई तौर पर बंद की गई हैं। उधर, जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा बीच में ही खत्म करने और तीर्थयात्रियों और पर्यटकों से जल्द से जल्द घाटी छोड़ने के लिए कहे जाने के बाद परेशान स्थानीय लोग घरों में जरूरी सामानों का स्टॉक करने के लिए दुकानों और पेट्रोल पंपों पर बड़ी-बड़ी लाइनों में खड़े नजर आए।

अधिकारियों ने बताया कि पूरे श्रीनगर और कश्मीर घाटी के अन्य खतरा संभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं जो पिछले हफ्ते यहां पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि शहर में सचिवालय, पुलिस मुख्यालय, हवाई अड्डे, केंद्र सरकार के विभिन्न प्रतिष्ठानों के आसपास सुरक्षार्किमयों की संख्या बढ़ा दी गई है। शहर में आने वाली सड़कों पर बैरीकेड लगाए गए हैं।

अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली में रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की। समझा जाता है कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की। घंटे भर चली इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव राजीव गॉबा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब नियंत्रण रेखा पर भारत और पाकिस्तान के सुरक्षाबलों के बीच ताजा झड़प हुई। सेना ने केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर अग्रिम चौकी पर ‘बैट’ के हमले को विफल कर दिया और पांच-सात घुसपैठियों को मार गिराया।