भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर में रविवार को बड़ी कार्रवाई की। सेना की चिनार कोर ने बताया कि रविवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (LOC) पर घुसपैठ विरोधी अभियान में तीन आतंकवादी मारे गए। सुरक्षाबलों ने इलाके से हथियार और अन्य युद्ध जैसे सामान भी बरामद किए।
चिनार कोर ने एक्स पर पोस्ट किया, “केरन सेक्टर में एलओसी पर चल रहे घुसपैठ विरोधी अभियान में 3 आतंकवादियों को मार गिराया गया है। साथ ही हथियार और अन्य युद्ध जैसे सामान बरामद किए गए हैं।”
इससे पहले रविवार दिन में ही सुरक्षाबलों ने घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करने के लिए कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में धनुष II कोड नाम से अभियान शुरू किया। जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ हफ्तों में घुसपैठ की कोशिशों और आतंकवादी हमलों में वृद्धि हुई है। पिछले एक महीने में आतंकवादियों ने कठुआ, डोडा, रियासी और उधमपुर जिलों में चार स्थानों को निशाना बनाया, जिसके कारण 9 तीर्थयात्रियों और छह सुरक्षाकर्मियों सहित 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि 46 लोग घायल हो गए।
9 जून को जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रिमंडल ने शपथ ली, उसी दिन आतंकवादियों ने रियासी में तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर हमला किया था। इसके बाद यह बस खाई में गिर गई, जिसमें 9 लोग मारे गए। इस महीने की शुरुआत में 8 जुलाई को कठुआ के बदनोटा इलाके में सेना के एक गश्ती दल पर भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के एक समूह द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में पांच सैनिकों की जान चली गई थी। इसमें आठ जवान घायल हो गए थे।
एक अन्य घटना में कुलगाम जिले में अलग-अलग मुठभेड़ों में छह आतंकवादियों को मार गिराया गया। घुसपैठ की यह कोशिश अमरनाथ यात्रा के दौरान हुई है, जिसमें देश भर से हजारों श्रद्धालु रोजाना जम्मू बेस कैंप में उमड़ते हैं। 52 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा 29 जून को दो मार्गों से शुरू हुई। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में पहलगाम के नुनवान से 48 किलोमीटर का पारंपरिक मार्ग और मध्य कश्मीर के गंदेरबल जिले में 14 किलोमीटर के छोटे रास्ते से यात्रा शुरू हुई।