Jammu Kashmir Shopian Assembly Election 2024: जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है। चुनाव आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के मुताबिक 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी और 8 को नतीजे आ जाएंगे। इसके साथ ही यह तय हो जाएगा कि जम्मू कश्मीर में राज किसका चलेगा। इसको लेकर बीजेपी, कांग्रेस, पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस समेत सभी पार्टियों ने आक्रामक चुनाव प्रचार जारी रखा है। वैसे तो हर एक सीट अहम है, लेकिन शोपियां एक संवेदनशील क्षेत्र में माना जाता है और यहां की विधानसभा सीट पर इस पर कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है।
शोपियां विधानसभा सीट पर इस बार दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है। इसकी वजह यह है कि कांग्रेस और एनसी के बीच इस सीट पर भी गठबंधन है और यहां उम्मीदवार एनसीपी का है। इस सीट से पीडीपी ने यावर शैफी बंदे को टिकट दिया है, तो बीजेपी ने जावेद अहमद कादरी को प्रत्याशी बनाया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इस सीट से शेख मोहम्मद अहम रफी को उम्मीदवार बनाया है।
| जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव-2024 शोपियां सीट | | |
| उम्मीदवार का नाम | पार्टी | वोट |
1 | यावर शैफी बंदे | JKPDP | |
2 | जावेद अहमद कादरी | BJP | |
3 | शेख मोहम्मद अहम रफी | JKNC |
2014 के क्या था शोपियां विधानसभा चुनाव के नतीजे
बता दें कि इससे पहले जम्मू कश्मीर में साल 2014 में चुनाव हुए थे। अनुच्छेद 370 और स्वायत्तता के चलते वहां पांच के बजाए 6 साल में चुनाव होते थे। 2014 में हुए चुनाव में सीट पीडीपी नेता मोहम्मद युसुफ भट्ट ने जीती थी। उन्हें 14262 वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर निर्दलीय शब्बीर अहमद कुल्ले रहे थे। उन्हें 11,896 वोट मिले थे। नेशनल कॉन्फ्रेंस शेख मोहम्मद रफी रहे थे।
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव-2014 पुलवामा सीट | |||
उम्मीदवार का नाम | पार्टी | वोट | |
1 | मोहम्मद युसुफ भट्ट | JKPDP | 14262 |
2 | शब्बीर अहमद | निर्दलीय | 11,896 |
3 | शेख मोहम्मद रफी | INC | 5280 |
2008 के चुनाव में कौन जीता था चुनाव
साल 2008 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो यह ऐसी पीडीपी नेता अब्दुल रज्जाक वागे ने जीती थी। उन्हें 8006 वोट मिले थे दूसरे नंबर पर कांग्रेस के प्रत्याशी मोहम्मद सैफी रहे थे जिन्हें 5208 फुट मिले थे तीसरे नंबर पर नेशनल कांफ्रेंस के नेता शब्बीर अहमद खुला थे जिन्हें 13 प्रतिशत वोट मिले थे।
अब यह देखना है मुझे कि बार जब नेशनल कांफ्रेंस कांग्रेस गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रहे हैं तो क्या वह दो बार से जितनी आ रही पीडीपी को पटखनी दे पाते हैं या नहीं।