Jammu-Kashmir Assembly Election 2024, J&K Vidhan Sabha Chunav Seat: जम्मू कश्मीर में कठुआ अनुसूचित सीट राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से एक है। आर्टिकल 370 हटने के 10 साल बाद राज्य में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। भाजपा ने कठुआ अनुसूचित सीट से इस बार डॉ. भारत भूषण को मैदान में उतारा है। भूषण ने हाल ही में समाज कल्याण निदेशक पद से इस्तीफा दिया था। जिसको सरकार ने स्वीकार कर लिया था। बता दें, कठुआ अनुसूचित सीट से भाजपा उम्मीदवार की घोषणा ऐसे समय पर हुई है, जब नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। डॉ. भारत भूषण ने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, पार्टी अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ अन्य नेताओं का विश्वास रखने के लिए आभार जताया। वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सुभाष चंद्र को मैदान में उतारा है।
कठुआ विधानसभा हलका पूर्व में भी अनुसूचित वर्ग का गढ़ माना जाता रहा है। इस सीट पर अनुसूचित वर्ग ही जीत का पैमाना तय करता है। 2014 के विधानसभा चुनाव में भी बसपा के तत्कालीन प्रत्याशी सोमराज मजोत्रा ने भाजपा को कांटे की टक्कर दी थी। वहीं इस बार उनके बेटे को बसपा ने मैदान में उतारा है।
कांग्रेस और NC गठबंधन में लड़ रहे चुनाव
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गठबंधन किया है। राज्य की 90 सीटों में से कांग्रेस जहां 32 सीटों पर चुनाव लड़ रही है तो नेशनल कॉन्फ्रेंस 51 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इनके अलावा पांच सीटों पर फ्रेंडली फाइट होगी, जिनमें बनिहाल, डोडा, भद्रवाह, नगरोटा और सोपोर शामिल है।
तीन चरणों में होगा मतदान
जम्मू-कश्मीर 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। 370 खत्म किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित क्षेत्र बना दिया गया था। इसके बाद पहली बार चुनाव होने जा रहे हैं। चुनाव तीन चरणों में होंगे। राज्य की 90 विधानसभा सीटों के लिए 18 सिंतबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदाता अपने मत का इस्तेमाल करेंगे। वहीं 8 अक्टूबर को चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे।
साल 2014 विधानसभा चुनाव
जम्मू-कश्मीर में पिछला विधानसभा साल 87 सीटों पर हुआ। जम्मू की 37, कश्मीर की 46 सीटों और लद्दाख की 6 सीटों पर वोटिंग हुई थी। 25 नवंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरणों में वोटिंग हुई।, जबकि 23 दिसंबर 2014 को चुनाव के परिणाम घोषित हुए। 87 में से 3 विधानसभा सीटों पर EVM के साथ VVPAT का इस्तेमाल किया गया था। तब कांग्रेस ने सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ा था। कितने प्रतिशत मतदान हुआ था।
किसको कितनी मिलीं थी सीटें
जम्मू-कश्मीर में 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में वोटिंग प्रतिशत 65 फीसदी रहा था, लेकिन कोई भी दल पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर सका था। भाजपा ने 25 सीटों के साथ 23 फीसदी वोट हासिल किए थे, वहीं पीडीपी ने 28 सीटों के साथ 22 प्रतिशत वोट हासिल किए थे। सीटों के लिहाज से पीडीपी बड़ी पार्टी थी।