जम्मू कश्मीर में सरकार गठन को लेकर पीडीपी की ओर से आज दिए गए सकारात्मक संकेतों की भाजपा ने सराहना करते हुए कहा कि वह इस दल के साथ औपचारिक वार्ता की पहल की प्रतीक्षा कर रही है।
पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एन एन वोरा से मुलाकात के बाद संवादाताओं से बातचीत के दौरान भाजपा से हाथ मिलाने से परहेज नहीं करने का संकेत देते हुए कहा पीडीपी को कश्मीर घाटी में ‘बहुमत’ मिला है जबकि भाजपा को जम्मू क्षेत्र में ‘बहुमत’ मिला है और जनता के जनादेश का सम्मान किया जाना चाहिए।
भाजपा महासचिव राम माधव ने कहा, ‘‘हम मीडिया के जरिए महबूबा मुफ्ती द्वारा दर्शाए गए इस रुख की सराहना करते हैं। हम वार्ता की औपचारिक पेशकश का इंतजार कर रहे हैं।’’ वैसे भाजपा नेतृत्व सरकार गठन को लेकर पीडीपी के कुछ नेताओं से अनौपचारिक बातचीत कर रहा है।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि महबूबा की आज की टिप्पणियों से जम्मू कश्मीर में असमंजस की स्थिति का अंत करने में मदद मिलेगी और राज्य को विकास के मार्ग पर ले जाने तथा स्थिर सरकार देने का रास्ता साफ होगा।
महबूबा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का उल्लेख करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति के लिए, वाजपेयी ने ‘‘एक राजनैतिक प्रक्रिया शुरू की थी। वाजपेयी जी ने हुर्रियत के साथ बातचीत शुरू की थी, उन्होंने उस समय पाकिस्तान से बातचीत शुरू की थी, जब लालकृष्ण आडवाणी उप प्रधानमंत्री थे। हमें उदार आर्थिक पैकेज मिला। संप्रग ने इसे कुछ समय तक जारी रखा और फिर रोक दिया।’’
पीडीपी प्रमुख ने कहा, ‘‘सवाल भाजपा, नेशनल कॉन्फ्रेंस या कांग्रेस का नहीं बल्कि सवाल पीडीपी के मेल-मिलाप वाले एजेंडे का है। यदि नेतृत्व इस अवसर के अनुरूप चलता है और जनादेश को स्वीकार करता है, तो सरकार का गठन 15 मिनट की बात है।’’