जम्मू-कश्मीर में एक दशक बाद होने जा रहे चुनाव में इस बार बीजेपी प्रमुखता से मैदान में उतर रही है। पार्टी को उम्मीद है कि राज्य में धारा 370 हटने और आतंकी हरकतों पर सख्ती से कमी आने पर स्थानीय लोगों का पार्टी के प्रति लगाव बढ़ा है। बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की तीन सूची अब तक जारी कर चुकी है। इसके साथ ही पार्टी अब तक 45 सीट के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। हालांकि इनमें से पार्टी के बड़े नेताओं के नाम गायब हैं।

रवींद्र रैना, निर्मल सिंह, कवींद्र गुप्ता और सत शर्मा के नाम नहीं

मंगलवार को जारी तीसरी सूची में भी पार्टी के बड़े नेताओं के नाम नहीं हैं, जिनमें प्रदेश पार्टी अध्यक्ष रवींद्र रैना, निर्मल सिंह, कवींद्र गुप्ता व सत शर्मा आदि शामिल हैं। इससे इन नेताओं के समर्थकों में अब भी नाराजगी है।

बीजेपी की तीसरी सूची में दूसरे चरण के चुनाव के लिए 10 उम्मीदवार और तीसरे चरण के लिए 19 उम्मीदवार शामिल हैं। पार्टी ने देवेंद्र सिंह राणा को नगरोटा विधानसभा सीट से और सतीश शर्मा को बिलावर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। बिलावर का प्रतिनिधित्व 2014 में हुए आखिरी विधानसभा चुनाव में पूर्व उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने किया था। पार्टी ने सोमवार को जारी की सूची में एक बदलाव किया है। उसने श्री माता वैष्णो देवी सीट से रोहित दुबे के स्थान पर बलदेव राज शर्मा को मैदान में उतारा है।

बाकी प्रत्याशियों में कोई बदलाव नहीं है। इसके अलावा वरिष्ठ बीजेपी नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता के नाम का एलान भी पार्टी ने अब तक नहीं किया है। कवींद्र ने साल 2014 में गांधी नगर विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी। परिसीमन के बाद अब इस सीट का नाम बाहु हो गया है। कवींद्र और उनके समर्थकों को अभी भी उम्मीद है कि उन्हें जगह मिल सकती है, क्योंकि बाहु सीट के लिए अभी तक किसी उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की गई है।

वहीं, जम्मू-कश्मीर बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और सरकार में मंत्री रहे सत शर्मा को भी पार्टी ने अब तक टिकट नहीं दी है। सत्त शर्मा 2014 में जम्मू पश्चिम विधानसभा सीट से जीते थे। पीडीपी-बीजेपी सरकार में मंत्री रहे शाम लाल चौधरी को लेकर भी अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है।