जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तहत सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। कांग्रेस और नेशनल कान्फ्रेंस ने गठबंधन किया है और बीजेपी, PDP अकेले चुनावी मैदान में हैं। बयानों और चर्चाओं का दौर जारी है। इस बीच कश्मीर की लाल चौक विधानसभा से पीडीपी के उम्मीदवार जुहैब यूसुफ मीर ने कहा कि बदलाव सिर्फ स्ट्रीट लाइट लगाने से नहीं आता है, बदलाव तब आता है जब पत्रकारों को आजादी मिलती है, जब निर्दोष लोग जेल से बाहर आते हैं। इस दौरान जमात-ए-इस्लामी कश्मीर के उम्मीदवार ने भी बयान दिया है।
लाल चौक से PDP उम्मीदवार ने क्या कहा?
जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के लाल चौक विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार जुहैब यूसुफ मीर ने कहा,”बदलाव जरूरी है, यह आना चाहिए। बदलाव सिर्फ स्ट्रीट लाइट लगाने से नहीं आएगा, बदलाव तब आएगा जब पत्रकारों को आजादी होगी। बदलाव तब आएगा जब हमारे निर्दोष भाई जेल से बाहर आएंगे। बदलाव तब आएगा जब एक पीएचडी छात्र नौकरी पाने में सक्षम होगा।”
जमात-ए-इस्लामी के नेता ने क्या कहा?
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार और प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के पूर्व सदस्य तलत मजीद ने कहा,”अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद चुनाव पहली बार हो रहे हैं । 2024 के संसदीय चुनावों के नतीजे साबित करते हैं कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है। जिन निर्वाचन क्षेत्रों में नफ़रत भरे भाषण दिए गए, वहां वे चुनाव हार गए। इससे पता चलता है कि धर्मनिरपेक्षता भारत के जीन में है।”
नगरोटा निर्वाचन क्षेत्र से जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार जोगिंदर सिंह ने नामांकन दाखिल करने के बाद कहा, “मैं नेशनल कॉन्फ्रेंस का बहुत आभारी हूं। अगर हम सत्ता में आते हैं तो हम लोगों की मांगों को पूरा करने की कोशिश करेंगे।”
पुलवामा से पीडीपी उम्मीदवार वहीद पारा ने क्या कहा?
पुलवामा से पीडीपी उम्मीदवार वहीद पारा ने कहा,”मुझे लगता है कि यह चुनाव हमसे छीनी गई चीज़ों को वापस पाने का है। यह एक सामूहिक लड़ाई है। महबूबा मुफ़्ती लोगों के हितों के लिए लड़ती रही हैं। हम अपनी आवाज़ उठाने और जो कुछ भी छीना गया है उसे वापस पाने के लिए अपने लेवल पर प्रयास करेंगे और लोगों की गरिमा के लिए लड़ेंगे।”