भारतीय जनता पार्टी से नाराज सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने दावा किया है कि जब भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर जब अमेरिका के दौरे पर गए थे तो उन्हें, अमेरिकी विदेश मंत्री के साथ मुलाकात के लिए पांच दिन तक इंतजार करना पड़ा था। उसके बाद अमेरिकी विदेश मंत्री ने उन्हें समय दिया था।

स्वामी ने कहा कि अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी भारत में कई तरह की बदलाव चाहती है। वो सोचते हैं कि भारत में लोकतंत्र को दबाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब भारत के विदेश मंत्री अमेरिका गए थे तो उन्हें मिलने के लिए समय नहीं मिल रहा था। पांच दिनों तक उन्हें अमेरिकी विदेश मंत्री से मुलाकात के लिए इंतजार करना पड़ा था। जब वो यूरोप से वापस आए, तब उन्होंने भारत के विदेश मंत्री को समय दिया।

बताते चलें कि इससे पहले स्वामी ने दावा किया था कि मुझे पता चला है कि भारत के विदेश मंत्री श्री जयशंकर जब जी-7 बैठक में हिस्सा लेने लंदन गए थे तो उन्हें क्वारंटाइन में रखा गया था। उन्हें वेटर की तरह का कपड़ा पहनाया गया था। वे अभी अपने घर को नहीं लौट सकते हैं। साथ ही स्वामी ने अपने ट्वीट में यह भी लिखा था कि अगर यह सच नहीं है तो कृपया इसका खंडन करें।

गौरतलब है कि भारत सरकार की विदेश नीतियों को लेकर स्वामी लगातार हमलावर रहे हैं। स्वामी लगातार हमलावर रहे हैं। चीन के मुद्दे पर वो लगातार कड़ी कार्रवाई करने की मांग करते रहे हैं। कुछ ही दिन पहले उन्होंने कहा था कि चीन, भारत और भूटान की जमीन पर कब्जा कर रहा है।

कुछ ही दिन पहले उन्होंने कहा था कि  आपको सच का सामना करना ही होगा कि चीन और पाक ने अवैध तरीके से हमारी जमीन में घुसपैठ कर रखी है। चीन ने अवैध तरीके से लद्दाख के एक बड़े हिस्से पर कब्ज़ा कर लिया है और पाकिस्तान ने भारत के हिस्से वाले कश्मीर पर कब्ज़ा कर लिया है। अब चीन और पाकिस्तान साथ आ गए हैं, तालिबान उसकी मदद कर रहा है।