भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) का 2021 का पहला मिशन सफल हो गया है। एजेंसी ने ब्राजील के उपग्रह अमेजोनिया-1 समेत 19 सैटेलाइट्स को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया। खास बात यह है कि इसरो ने इस मिशन को रविवार यानी नेशनल साइंस डे के दिन अंजाम दिया। इसे नोबेल प्राइज विजेता वैज्ञानिक सीवी रमन को श्रद्धांजलि के तौर पर देखा जा सकता है।
बता दें कि इसरो ने इस मिशन को चेन्नई से 100 किमी दूर श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष केंद्र से 10 बजकर 24 मिनट पर लॉन्च किया। एजेंसी ने पीएसएलवी के साथ डिजिटल श्रीमद्भगवद गीता और पीएम नरेंद्र मोदी की फोटो भेजी है। ब्राजीली सैटेलाइट की सफल लॉन्चिंग पर पीएम नरेंद्र मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो को बधाई दी। उन्होंने कहा, “यह हमारे अंतरिक्ष सहयोग में एक ऐतिहासिक क्षण है। ब्राजील के वैज्ञानिकों को मेरी शुभकामनाएं।”
#WATCH ISRO’s PSLV-C51 carrying Amazonia-1 and 18 other satellites lifts off from Satish Dhawan Space Centre, Sriharikota pic.twitter.com/jtyQUYi1O0
— ANI (@ANI) February 28, 2021
अमेजोनिया-1 धरती पर नजर रखने वाला ऐसा पहला उपग्रह है, जिसका निर्माण पूर्ण रूप से ब्राजील ने किया है। पीएसएलवी सी-51 से लॉन्चिंग के करीब 18 मिनट बाद प्राथमिक उपग्रह अमेजोनिया-1 के कक्षा में स्थापित किए जाने की संभावना थी, जबकि अन्य 18 उपग्रह को कक्षाओं में पहुंचने में दो घंटे का समय लगा।
इसरो ने मिशन में दो पेलोड भी भेजे हैं। उनके नाम हैं ‘सतीश धवन’ और ‘यूनिटीसैट’। पहले एक और पेलोड ‘आनंद’ को भी अंतरिक्ष में भेजा जाना था, हालांकि हफ्तेभर पहले ही इसे बनाने वाली कंपनी ने लॉन्चिंग को टालने का फैसला किया। ‘आनंद’ का निर्माण भारत के एक अंतरिक्ष स्टार्टअप पिक्सल ने किया था। यह कंपनी बेंगलुरु की है। इसके अलावा ‘सतीश धवन उपग्रह’ चेन्नई के स्पेस किड्ज इंडिया ने बनाया है। यूनिटीसैट तीन उपग्रहों का मेल है।
क्यों नही भेजा जा सका आनंद?: इसरो ने सॉफ्टवेयर संबंधी कुछ कारणों के चलते अंतिम समय में पिक्सल इंडिया के उपग्रह आनंद और नैनो सेटेलाइट रॉकेट के साथ प्रक्षेपित नहीं करने का फैसला किया। बताया गया है कि टेस्टिंग के दौरान सैटेलाइट में कुछ समस्या पाई गई। ऐसे में सैटेलाइट को बनाने में खर्च हुए समय और मेहनत को जाया न जाने देने के लिए कंपनी ने इसका लॉन्च टालने का फैसला किया। कंपनी ने बयान में कहा कि अगले कुछ हफ्तों में सॉफ्टवेयर से जुड़ी दिक्कत ठीक करने के बाद इसकी लॉन्चिंग की तैयारी की जाएगी।