IRCTC: रेल गाड़ियों की वातानुकूलित (एसी) बोगियों में सभी यात्रियों को साफ-सुथरी चादर और कंबल मिले, इसके लिए भारतीय रेल ने खास इंतजामात किए हैं। रेलवे ने मैकेनाइज्ड लॉन्ड्रिंग के कुछ प्लांट स्थापित किए हैं, जिनकी मदद से बोगियों में बेडिंग की साफ-सफाई को लेकर आने वाली शिकायतें कम की जा रही हैं।

दरअसल, रेल गाड़ियों की एसी बोगियों में यात्री अक्सर बेडिंग में गंदगी को लेकर शिकायतें करते थे। उन्हीं को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने ये प्लांट स्थापित करना शुरू किए। साल 2009 से 2010 के बीच मैकेनाइज्ड लॉन्ड्रिंग प्लांट्स की स्थापना शुरू हुई थी।

भारतीय रेल के आंकड़ों के अनुसार, साल 2014 तक इन प्लांट्स की संख्या कुल 25 थी। पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने चार सालों में 32 और नए प्लांट स्थापित किए। वहीं, 14 अन्य प्लांट्स को बनाने के लिए योजना पास कराई जा चुकी है। आने वाले समय में बनने वाले इन प्लांट्स की क्षमता 81 टन प्रतिदिन होगी।

रेलवे ने इस संबंध में एक छोटा सा वीडियो भी बनाया है। हाल ही में उसे टि्वटर, फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर साझा किया गया है। वीडियो में बताया और दिखाया गया है कि आखिर कैसे भारतीय रेल यात्रियों की यात्रा सुगम, स्वच्छ और शानदार बनाने के लगातार प्रयासरत है। देखें वीडियोः

चादर, कंबल की चोरी रोकने को हुई यह व्यवस्थाः भारतीय रेल की विभिन्न ट्रेनों में एसी बोगियों से चादर, बेडरोल चोरी होने की खबरें लगातार आती रहती हैं। इन्हीं घटनाओं के कारण रेलवे को भारी नुकसान झेलना पड़ता है। चोरियां रोकने के लिए रेलवे ने हाल में सामान्य समेत शताब्दी, राजधानी, दुरंतो में बेडरोल व कंबल को लेकर नियम में फेरबदल किया है। नए नियम के अनुसार, यात्रियों से करीब 30 मिनट पहले ही चादर, कंबल ले लिए जाएंगे। यह काम कोच अटेंडेंट करेंगे।