IRCTC, Indian Railways: देशभर में कोरोना वायरस महामारी के फैलते प्रकोप के बीच रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के चलते निकट भविष्ठ में सारी ट्रेनें चलाना संभव नहीं है। हालांकि उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बीच चलाई जा रही विशेष ट्रेनों में यात्रियों की संख्या पर नजर रखी जा रही है परिस्थितियों के मुताबिक जरूरत पड़ी तो ऐसी और ट्रेनें चलाई जाएंगी।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव कि उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल की ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है। यह अच्छी बात है इससे आर्थिक स्थितियों में सुधार के संकेत मिल रहे हैं।इसके आगे उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत छह दिन में 160 परियोजनाओं की पहचान की गई है। इससे वापस लौटे प्रवासी श्रमिकों के रोजगार की व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय कोविड-19 कोष से रेलवे को अबतक 620 करोड़ रुपए मिल चुके हैं।
बता दें कि इससे पहले रेलवे बोर्ड ने बृहस्पतिवार को बताया था कि सभी नियमित ट्रेन सेवाएं 12 अगस्त तक रद्द रहेंगी। उन्होंने बताया कि सभी स्पेशल ट्रेनें चलती रहेंगी। इसके तहत 12 मई से राजधानी के मार्ग पर चल रही 12 जोड़ी ट्रेनें तथा एक जून से चल रही 100 जोड़ी ट्रेनें जारी रहेंगी। अधिकारियों ने बताया कि जरूरी सेवाओं में लगे कर्मियों की आवाजाही के लिए हाल में मुंबई में सीमित तौर पर शुरू की गयी विशेष उपनगरीय सेवा भी जारी रहेगी।
रेलवे बोर्ड के आदेश में कहा गया है, ‘‘एक जुलाई से 12 अगस्त के बीच यात्रा के लिए सभी नियमित ट्रेनों की बुक की गयी टिकट रद्द की गयी। सारी राशि लौटा दी जाएगी ।’’इससे पहले रेलवे ने 30 जून तक सभी ट्रेनों को रद्द किया था। गौरतलब है कि पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के अब तक के सबसे ज्यादा 17,296 मामले सामने आए। वहीं, 407 लोगों की मौत हुई है। इसी के साथ भारत में शुक्रवार तक संक्रमितों की संख्या 4 लाख 90 हजार 401 पर पहुंच गई। साथ ही कोरोना से मरने वालों की संख्या अब 15 हजार के पार हो गई है।
(भाषा इनपुट्स के साथ)