IPS Y Puran Kumar, ASI Sandeep Lathar Death Latest News: हरियाणा सरकार में आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर 2025 को आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने चंडीगढ़ स्थित अपने आवास में खुद को गोली मारी थी। पूरन कुमार ने एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जातिगत उत्पीड़न को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया। अपने सुसाइड नोट में पूरन ने हरियाणा के तत्कालीन डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर और रोहतक के तत्कालीन एसपी नरेंद्र विजारनिया का नाम भी लिया था। इसके अलावा कई अन्य पुलिस अधिकारियों के नाम भी थे।
राहुल गांधी ने पूरन के परिवार से की मुलाकात
पूरन के आत्महत्या करने के बाद उनके परिवार से मिलने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पहुंचे। उनके पहुंचने के तुरंत बाद डीजीपी और रोहतक के तत्कालीन एसपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। वहीं फिर इस मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई और अलग-अलग दलों के नेता पूरन के परिवार से मिलने पहुंचने लगे। इसमें लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी भी शामिल हैं। राहुल ने पूरन की पत्नी और बेटियों से मुलाकात की और उसके बाद सरकार पर निशाना कहा था।
8 दिन बाद पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुआ परिवार
पूरन दलित जाति से आते हैं ऐसे में विपक्ष दलित उत्पीड़न कहकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधने लगा। आईपीएस पूरन की पत्नी एक आईएएस अधिकारी हैं और वह विदेश सहयोग विभाग में आयुक्त और सचिव के पद पर तैनात हैं। जब पूरन ने खुदकुशी की थी, उस समय उनकी पत्नी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ एक प्रतिनिधिमंडल में जापान दौरे पर गई थीं। 7 दिन तक पूरन का परिवार उनके शव के पोस्टमार्टम के लिए तैयार नहीं हुआ और वह न्याय की मांग करता रहा। इसके बाद 15 अक्टूबर को पूरन का परिवार पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुआ।
बीबीसी हिन्दी के अनुसार वाई पूरन कुमार इंजीनियरिंग स्नातक थे और मूल रूप से आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे। वह भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के 2001 बैच के हरियाणा कैडर के अफसर थे।
ASI ने क्यों की खुदकुशी?
इस बीच मंगलवार यानी 14 अक्टूबर 2025 को एक और आत्महत्या की खबर आई। इस बार आत्महत्या करने वाले शख्स का नाम संदीप लाठर था। संदीप रोहतक पुलिस की साइबर सेल में तैनात थे। उन्होंने मंगलवार को खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। संदीप ने पूरन कुमार को भ्रष्ट पुलिसकर्मी बताया और तीन पेज का सुसाइड नोट भी लिखा। इसके अलावा संदीप ने एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वह सच्चाई के लिए अपनी जान दे रहे हैं।
ASI ने पूरन पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
रोहतक के साइबर सेल में ASI संदीप मृत पूरन कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार के एक मामले की जांच कर रहे थे। उन्होंने एक सुसाइड नोट में लिखा है कि वह सच्चाई के लिए अपनी जान दे रहे हैं। संदीप कुमार ने आरोप लगाया है कि वाई पूरन कुमार एक भ्रष्ट पुलिसकर्मी थे और जब उन्हें अपने कथित भ्रष्टाचार का पर्दाफाश होने का डर था, तो उन्होंने आत्महत्या कर ली।
अपनी मृत्यु से पहले रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो संदेश में संदीप कुमार ने कहा कि रोहतक रेंज में वाईएस पूरन कुमार की तैनाती के बाद उन्होंने ईमानदार पुलिस अधिकारियों की जगह भ्रष्ट अधिकारियों को नियुक्त करना शुरू कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया, “इन लोगों ने फाइलें रोक दीं, याचिकाकर्ताओं को बुलाकर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और पैसे मांगे। तबादलों के बदले महिला पुलिसकर्मियों का यौन शोषण किया गया।”
जातिवाद फैलाते थे पूरन- ASI
आईपीएस पूरन कुमार ने अपनी मौत का कारण जातिगत उत्पीड़न बताया था तो वहीं संदीप ने कहा कि पूरन भ्रष्टाचार करते थे और जातिवाद फैलाते थे। संदीप के अनुसार पूरन अपने राजनीतिक रसूख का हावाला देते थे। अपने सुसाइड नोट में संदीप कुमार ने कहा कि आईपीएस पूरन कुमार ने सदर थाना मर्डर केस में राव इंद्रजीत को बचाने के लिए 50 करोड़ की डील की थी।
संदीप के परिवार से मिले नायब सैनी
संदीप कुमार ने कहा कि पूरन कुमार बड़े भ्रष्टाचारी हैं और अपनी जाति के भ्रष्ट अफसरों को संरक्षण देते थे। बुधवार सुबह हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने संदीप के परिवार से मुलाकात की है। उन्होंने संदीप के परिवार को न्याय का भरोसा दिलाया है।
कब सुलझेगी गुत्थी?
पूरन की आत्महत्या का मामला सुलझा नहीं था, इसी बीच संदीप के सुसाइड मामले ने गुत्थी उलझा दी है। संदीप ने पूरन पर ही भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा दिए हैं। ऐसे में अब देखना होगा कि ये मामला कब तक सुलझेगा।