Interim Budget 2024: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को नॉर्थ ब्लॉक में हलवा सेरेमनी का आयोजन किया। यह अंतरिम बजट की तैयारी प्रक्रिया का अंतिम स्टेप है। प्रत्येक वर्ष बजट तैयार होने के बाद लॉक-इन प्रक्रिया शुरू होने से पहले हलवा सेरेमनी का आयोजन किया जाता है। न्यूज एजेंसी ANI ने बजट से पूर्व आयोजित हलवा सेरेमनी का वीडियो शेयर किया है।
अंतरिम केंद्रीय बजट 2024 पेपर लेस होगा। जिसको वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2024 को लोकसभा में पेश करेंगी। सभी बजट डॉक्यूमेंट बजट मोबाइल एप पर उपलब्ध रहेंगे। ऐप को केंद्रीय बजट वेब पोर्टल (www.indiabudget.gov.in) से भी डाउनलोड किया जा सकता है। संसद में केंद्रीय वित्त मंत्री का बजट भाषण पूरा होने के बाद बजट दस्तावेज मोबाइल ऐप पर उपलब्ध होंगे।
क्या है हलवा सेरेमनी?
देश में कुछ भी बड़ा काम करने से पहले मुंह मीठा करने का चलन है। इसी को देखते देश में हलवा सेरेमनी की शुरुआत हुई। इसे नॉर्थ ब्लॉक में अन्य मंत्रालयों के सभी सहयोगियों और अधिकारियों को परोसा गया है। समारोह के बाद आमतौर पर बजट को डॉक्यूमेंट को प्रिंट कराया जाता है।
बजट की छपाई की आधिकारिक शुरुआत हलवा सेरेमनी होती है। ये बजट बनाने वाले अधिकारियों के ‘लॉक-इन’ पीरियड की भी शुरुआत का दिन होता है। ‘हलवा सेरेमनी’ के बाद से ही वित्त मंत्रालय में सुरक्षा बढ़ा दी जाती है और अधिकारी बजट पेश होने तक वित्त मंत्रालय में ही रहते हैं।
नॉर्थ ब्लॉक में लॉक रहते हैं बजट से जुड़े अधिकारी
बजट की सुरक्षा और उससे संबंधित कोई जानकारी लीक न हो, उसको रोकने के लिए वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के साथ-साथ कानून मंत्रालय, CBDT, CBIC और PIB के कुछ अधिकारी करीब 10 दिन तक नॉर्थ ब्लॉक में ही ‘क्वॉरेंटाइन’ रहते हैं। इस दौरान यह अधिकारी न तो घर जाते हैं और न ही अपने संबंधियों और परिवार के सदस्यों के संपर्क में रहते हैं।
कहां छपता है बजट?
इमरजेंसी में अगर बजट से जुड़े किसी अधिकारी को अपने परिवार से बात करनी होती है तो यह पूरी तरह से इंटेलीजेंस ब्यूरो की निगरानी में होती है। यह सभी अधिकारी वित्त मंत्री के बजट पेश करने के बाद ही नॉर्थ ब्लॉक से बाहर आते हैं। बजट को प्रिंट करने के लिए यहीं पर एक प्रेस भी है।
लोकसभा चुनाव 2024 के चलते अंतरिम बजट 1 फरवरी को पेश होगा। यह एक अस्थायी बजट होता है। जिसमें चुनाव के बाद नई सरकार के आने तक सरकार के खर्च को पूरा करने के लिए होगा। ऐसे में सरकार की ओर से किसी बड़े फैसले की उम्मीद नहीं है। हालांकि, वित्त मंत्री के कुछ घोषणाओं पर बाजार की नजर है।