अग्निपथ योजना के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों की बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार (19 जून 2022) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। राहुल ने ट्वीट कर कहा कि आठ साल में 16 करोड़ नौकरियां दी जानी थीं, लेकिन युवाओं को केवल पकौड़े तलने का ज्ञान मिला। उन्होंने देश की इस हालत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज़िम्मेदार ठहराया।

राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, “बार-बार नौकरी की झूठी उम्मीद दे कर, प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं को बेरोज़गारी के ‘अग्निपथ’ पर चलने के लिए मजबूर किया है। 8 सालों में, 16 करोड़ नौकरियां देनी थीं मगर युवाओं को मिला सिर्फ़ पकोड़े तलने का ज्ञान। देश की इस हालत के ज़िम्मेदार केवल प्रधानमंत्री हैं।”

माननी पड़ेगी देश के युवाओं की बात: इससे पहले भी अग्निपथ योजना के खिलाफ पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने शनिवार को ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था, “8 सालों से लगातार भाजपा सरकार ने ‘जय जवान, जय किसान’ के मूल्यों का अपमान किया है। मैंने पहले भी कहा था कि प्रधानमंत्री जी को काले कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे। ठीक उसी तरह उन्हें ‘माफ़ीवीर’ बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और ‘अग्निपथ’ को वापस लेना ही पड़ेगा।”

सरकार को गिराइए: वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने विरोध प्रदर्शन कर रहे युवाओं से कहा कि यह सरकार सेना को खत्म करना चाहती है। सरकार की अग्निपथ स्कीम से सेना ख़त्म हो जाएगी। ऐसे में आपका मकसद इस सरकार को गिराने का होना चाहिए। आप इस सरकार की नीयत को पहचानिए, लोकतांत्रिक तरीके से, शांति पूर्वक, अहिंसा और सत्य के मार्ग पर चलकर इस सरकार को गिराइए।

सरकार गिराना ही कांग्रेस का मकसद: जिसके बाद पलटवार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस का मकसद ना तो सेना का भला करना है ना ही उन्हें युवाओं की चिंता है, गांधी परिवार का एक ही मकसद है सरकार को गिराना। उन्होंने कहा, “इस योजना को दिग्विजय सिंह ‘शूट टू किल’ बता रहे हैं। इनका एक नेता राजस्थान में कह रहा है कि चार साल बाद वो युवा नक्सली बन जाएंगे। क्या राहुल और प्रियंका जी को देश के युवाओं पर भरोसा नहीं है? आप इस देश के युवाओं के प्रति इस प्रकार की भावना रखते हैं?”