देशभर के यात्रियों के लिए इंडिगो एयरलाइन संकट अब भी गंभीर बना हुआ है। पिछले कुछ दिनों में अचानक उड़ानों के रद्द होने और देरी की खबरों ने हवाई यात्रा को मुश्किल बना दिया। यह संकट खासकर उन लोगों के लिए परेशानी वाला रहा, जो बिजनेस ट्रिप या घर वापसी के लिए यात्रा कर रहे थे। अब तक 2000 से ज्यादा फ्लाइट कैंसिल हो चुकी हैं और हालात अभी तक सामान्य नहीं हुए हैं। यात्रियों के लिए एयरलाइन और सरकार के कदमों का इंतजार जारी है, जिससे ऑपरेशन पटरी पर लौट सके।

इस संकट की शुरुआत 1 नवंबर 2025 को हुई, जब DGCA ने नए Flight Duty Time Limitations (FDTL) नियम लागू किए। इन नियमों के तहत पायलट और क्रू के लिए साप्ताहिक आराम को 48 घंटे तक बढ़ाया गया। साथ ही रात में उड़ानों और लैंडिंग पर सीमाएं तय की गईं और “नाइट” घंटे को भी विस्तार दिया गया। नियम पायलटों की थकान कम करने और उड़ानों को सुरक्षित बनाने के लिए बनाए गए थे।

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लेकिन नए नियम लागू होने के बाद इंडिगो के लिए समस्या बढ़ गई। एयरलाइन को अपने क्रू का शेड्यूल तैयार करने में कठिनाइयां आईं। खासकर रात और वीकेंड की शिफ्ट्स में पायलट और क्रू की कमी ने ऑपरेशन प्रभावित किया। इंडिगो जैसी एयरलाइन, जो देशभर में रात-दिन उड़ानें चलाती है, के लिए नियमों को तुरंत लागू करना आसान नहीं था।

3 और 4 दिसंबर 2025 को दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और अन्य बड़े हवाई अड्डों से सैकड़ों उड़ानें रद्द हो गईं। यात्रियों को लंबी कतारों, फ्लाइट स्टेटस की अनिश्चितता और देरी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा। एयरपोर्ट के टर्मिनल में रात के समय भीड़ बढ़ गई, क्योंकि कई यात्री अगले अपडेट का इंतजार कर रहे थे। अहमदाबाद हवाई अड्डे पर हालात सबसे गंभीर रहे, जहां रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक सात आने वाली और बारह रवाना होने वालीं उड़ानें रद्द हो गईं। कुल 19 उड़ानें प्रभावित रहीं।

इस स्थिति में DGCA ने 5 दिसंबर 2025 को राहत दी। उन्होंने साप्ताहिक आराम के बदले छुट्टी की पाबंदी हटा दी और पायलटों के लिए रात‑ड्यूटी / नाइट‑लैंडिंग नियमों में ढील दी। इसका असर जल्दी ही दिखने लगा और इंडिगो का ऑपरेशन क्रमिक रूप से पटरी पर लौटने लगा। एयरलाइन ने यात्रियों से माफी मांगी और वादा किया कि फ्लाइट‑शेड्यूल जल्द सामान्य होगा।

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संकट के बीच यात्रियों की मदद के लिए रेलवे ने भी कदम उठाए। नॉर्दर्न रेलवे ने जम्मू और दिल्ली के बीच राजधानी एक्सप्रेस में अगले सात दिनों के लिए एक अतिरिक्त 3rd AC कोच जोड़ दिया। इसके जरिए यात्री आसानी से सीट बुक कर अपने सफर को जारी रख सकते हैं। वहीं, पश्चिम रेलवे ने साबरमती और दिल्ली जंक्शन के बीच ट्रेन ऑन डिमांड (TOD) के तहत सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला किया। यह ट्रेन 7 और 9 दिसंबर को साबरमती से रात 10:55 बजे और 8 व 10 दिसंबर को दिल्ली से रात 9 बजे प्रस्थान करेगी। इसमें महेसाणा, पालनपुर, आबूरोड, अजमेर, जयपुर, अलवर, रेवाड़ी, गुड़गाँव और दिल्ली कैंट स्टेशन पर ठहराव होगा। ट्रेन में एसी 3-टियर कोच लगाए गए हैं।

इंडिगो के संकट का मुख्य कारण क्रू की कमी, सर्दियों में बढ़ती उड़ान संख्या और नए नियमों का एक साथ लागू होना था। एयरलाइन ने तुरंत पर्याप्त पायलट या अतिरिक्त क्रू सेवाओं की व्यवस्था नहीं की, जिससे ऑपरेशन प्रभावित हुआ। DGCA ने 5 दिसंबर को कुछ कठोर नियमों को तुरंत प्रभाव से वापस ले लिया। इंडिगो को पायलटों के लिए रात-ड्यूटी वर्किंग और “लीव के बदले वीकली रेस्ट” में छूट दी गई।

इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) दिल्ली ने भी पैसेंजर एडवाइजरी जारी की। इसमें यात्रियों से अनुरोध किया गया कि घर से निकलने से पहले अपनी फ्लाइट की स्थिति जरूर जांच लें। सोशल मीडिया और वेबसाइट पर अपडेट लगातार शेयर किए जा रहे हैं।

अब एयरलाइन धीरे-धीरे सामान्य उड़ान संचालन पर लौट रही है। DGCA और इंडिगो मिलकर ऑपरेशन सुधार रहे हैं, यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए। हालांकि यात्रियों को अभी भी फ्लाइट स्टेटस की निगरानी करनी होगी। एयरलाइन ने यात्रियों से हुए असुविधा के लिए माफी मांगते हुए भरोसा दिलाया है कि जल्द ही सभी फ्लाइट्स सामान्य हो जाएंगी।

इंडिगो के नियम पायलटों की सुरक्षा के लिए जरूरी थे, लेकिन सही समय पर लागू न होने और तैयारी में ढील के कारण यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी। रेलवे और एयरलाइन दोनों मिलकर यात्रियों को वैकल्पिक विकल्प दे रहे हैं ताकि किसी का सफर रुक न जाए। अब स्थिति धीरे-धीरे नियंत्रण में आती नजर आ रही है, और उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में इंडिगो की फ्लाइट सेवा पूरी तरह सामान्य हो जाएगी।