प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में पिछले वर्ष नवंबर में राम जन्मभूमि- बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के आलोक में अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए ट्रस्ट का गठन करने की घोषणा की। पीएम ने बताया कि ट्रस्ट में 15 सदस्य शामिल होंगे।  वहीं दिल्ली चुनावों से पहले सरकार के इस एलान के बाद चुनाव आयोग पर पक्षपात का आरोप लगाया जा रहा है। हालांकि निर्वाचन आयोग ने कहा कि राम मंदिर ट्रस्ट की घोषणा के लिए सरकार को उसकी अनुमति की जरूरत नहीं।

कांग्रेस ने अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए सरकार की ओर से ट्रस्ट बनाए जाने के बाद बुधवार को कहा कि अब भाजपा को भगवान राम के नाम पर राजनीति बंद करनी चाहिए। पार्टी प्रवक्ता गौरव गोगोई ने कहा, ‘सरकार ने उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार ट्रस्ट का गठन किया था। भाजपा को अब भगवान राम के नाम पर राजनीति बंद करनी चाहिए। उसे राम के नाम पर वोट नहीं मांगना चाहिए। लोगों की आस्था अपनी जगह होती है। लोग विकास को ध्यान में रखकर वोट करते हैं।’

इस एलान के बाद दिल्ली चुनाव के बीच राम मंदिर का मुद्दा एकबार फिर चर्चा में आ गया है। इसपर इंडिया टीवी चैनल के लाइव डिबेट शो में जब मुस्लिम पैनलिस्ट अतीक उर रहमान से एंकर ने सवाल जवाब किए तो उन्होंने कहा कि बीजेपी कबतक राम के नाम पर सत्ता का लालच करेगी उन्हें शर्म आनी चाहिए। पैनल में शामिल बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा उनके इस सवाल पर भड़क उठते हैं और उन्हें खरी-खरी सुनाते हैं।

दरअसल डिबेट की शुरुआत में एंकर पूछते हैं ‘यूपी सरकार ने जो आपको वैकल्पिक जमीन दी है क्या उसपर मस्जिद बनेगी?’ एंकर के इस सवाल पर मुस्लिम पैनलिस्ट कहते हैं ‘हमें किसी मस्जिद की जरूरत नहीं। हमारे घर की पास की मस्जिद ही बहुत है। हमे मस्जिद की कोई कमी नहीं। हम लोगों की लड़ाई किसी मस्जिद के लिए नहीं थी। हमारी लड़ाई बीजेपी की हटधर्मी के खिलाफ थी। हम कभी मस्जिद का इलेक्शन के लिए इस्तेमाल भी नहीं करते। यहां पर सवाल यह है कि डूबते को तिनके का सहारा चाहिए और उस तिनके का सहारा इन्होंने हमेशा लिया है। हर इलेक्शन के वक्त पर बीजेपी ने राम के नाम का सहारा लिया है। सत्ता के नाम पर इतना लालच वो भी राम के नाम पर इनको शर्म कब आएगी। ये तो हद हो गई अभी इन लोगों ने बगल में छूरी छिपाई हुई है और नाम लेते हैं राम का।’

अतीक उर रहमान के इस जवाब पर संबित पात्रा भड़क उठते हैं और डिबेट के बीच में ही कूद पड़ते हैं। वह कहते हैं ‘हमारी छूरी दिख रही है इनको। सबसे पहले तो मैं इनकी इस बात पर आपत्ति करता हूं जो ये कह रहे हैं कि हम बगल में छूरी दबाकर बैठे हैं। अरे भईया…अल्लाह हू अकबर कहकर पूरे विश्व में बम फेंका जा रहा है। बम तो दिख नहीं रहा पर छूरी पता नहीं कहां से दिख रही है। कम से कम डिबेट में तो बम मत गिराओ मेरे भाई। देखें डिबेट में आगे क्या हुआ:-