भारत में आतंकियों की घुसपैठ कराने की फिराक में पाकिस्तान अकसर एलओसी पर सीजफायर तोड़ता है लेकिन हर बार सेना के जवान उसकी नापाक कोशिश को विफल कर देते हैं। गुरुवार को नगरोटा में भी चार आतंकियों को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया था।
पाकिस्तान आज भी एयर स्ट्राइक को लेकर बौखलाया हुआ है। पुलवामा में आतंकी हमले के बाद भारत ने बालाकोट में एयरस्ट्राइक की थी और आतंकियों के ठिकाने नेस्तनाबूत कर दिए थे। पाकिस्तान ने पूरी बात कबूली नहीं थी लेकिन इसके बाद उसने जवाब देने की कोशिश जरूर की। पाकिस्तान की हर हरकत का भारत ने भी जवाब दिया और वैश्विक प्लैटफॉर्म्स पर भी उसे बेइज्जती ही मिली।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 2019 में जहां पूरे साल में 18 नागरिक पाकिस्तान की गोलाबारी में मारे गए थे, वहीं इस साल अब तक 21 निर्दोष असैनिक नागरिकों की जान पाकिस्तान की गोलाबारी में जा चुकी है। सूत्रों ने कहा कि भारतीय सेना द्वारा आतंकवादियों (अधिकतर पाकिस्तानी और विदेशी) को नाकाम करने के लिए खुफिया सूचना आधारित लक्षित हमले किए जा रहे हैं और इन अभियानों में अपनी तरफ नुकसान की गुंजाइश बेहद नगण्य रहती है।
सूत्रों ने बताया कि जम्मू कश्मीर में अशांति ‘‘भड़काने’’ और युवाओं को हथियार मुहैया कराने के लिए पाकिस्तान द्वारा नया तरीका अपनाया जा रहा है जिससे बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दवाब के बीच किसी तरह की निगरानी से बचा जा सके। सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान पर अपनी जमीन पर सक्रिय आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर भी अंतरराष्ट्रीय दबाव है।
पाकिस्तान की तरफ से बिना उकसावे के की गई गोलीबारी में भारत के चार नागरिकों की भी जान चली गई थी। केवल नवंबर में पाकिस्तान 150 से ज्यादा बार सीजफायर तोड़ चुका है। एक आंकड़े के मुताबिक सालभर में पाकिस्तान 7 हजार से ज्यादा बार सीजफायर का उल्लंघन कर चुका है। इसमें कई नागरिकों की जान भी गई है और सीमा के आसपास के घऱ भी तबाह हुए। गुरुवार को खबर वायरल हो गई थी कि भारतीय सेना ने फिर से पीओके में आतंकियो ंके लॉन्चिंग पैड्स को तबाह किया है लेकिन भारतीय सेना के महानिदेशक सैन्य अभियान लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह ने बताया, नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में भारतीय सेना की कार्रवाई की रिपोर्टें फर्जी है।