Indian Railways: भारतीय रेल के तहत आने वाले मध्य रेलवे ने कहा है कि आगामी दिनों में मुंबई और पुणे के बीच ट्रेन सेवाएं प्रभावित रहेंगी। ऐसा इसलिए, क्योंकि मुंबई डिविजन उस दौरान कुछ रख-रखाव का काम करेगा। बुधवार (24 जुलाई, 2019) को सेंट्रल रेलवे के आधिकारिक बयान में कहा गया, “मध्य जून के दौरान दक्षिणी पूर्वी घाट के पास पत्थर गिरने के मामले सामने आए थे, जिसके कारण ट्रेनों का आवागमन प्रभावित हो रहा था। इसमें सुधार के लिए रेलवे के मुंबई डिविजन ने कई काम शुरू किए हैं, जिससे कुछ ट्रेनें रद्द/निर्धारित स्टेशन से पहले ही रुकेंगी या फिर उनके मार्ग में बताए गए समयकाल के दौरान फेरबदल किया जाएगा।”

सेंट्रल रेलवे के मुताबिक, इन्हीं कामों के चलते पांच ट्रेनें रद्द रहेंगी, 10 गाड़ियां निर्धारित स्टेशन से पहले ही खत्म हो जाएंगी और एक रेलगाड़ी के रूट में परिवर्तन किया जाएगा। रेलवे की ऐसे में यात्रियों से उस दौरान असुविधा होने के लिए खेद जताया है।

ये गाड़ियां रहेंगी कैंसलः 26 जुलाई से नौ अगस्त, 2019 तक पुणे डेक्कन एक्सप्रेस (पुणे-मुंबई), पुणे प्रगति एक्सप्रेस (पुणे-मुंबई), गडग एक्सप्रेस (मुंबई से) और पुणे पैसेंजर (पुणे-पनवेल) रद्द रहेंगी।

‘पूर्वोत्तर राज्यों की सभी राजधानियां 2022 तक रेल नेटवर्क से जुड़ेंगी’: रेलवे साल 2022 तक सिक्किम की राजधानी गंगटोक को पूर्वोत्तर राज्यों की अन्य राजधानियों से जोड़ने का काम पूरा कर लेगा। वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों के अनुसार, गंगटोक को जोड़ने के साथ ही पूर्वोत्तर के सभी सातों राज्यों की राजधानियां राष्ट्रीय रेलवे नेटवर्क के साथ जुड़ जाएंगी।

असम, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा की राजधानियों को पहले ही ”ब्रॉड गेज” रेल नेटवर्क से जोड़ा जा चुका है। मेघालय की राजधानी शिलॉंग, मणिपुर की इम्फाल, नगालैंड की कोहिमा और मिजोरम की राजधानी आइजोल को नयी ”ब्रॉड गेज” लाइनों से जोड़ने का काम जारी है, जिसके 2020 तक पूरा होने की संभावना है। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में परियोजनाओं संबंधी 45 फीसदी कार्य को पहले ही पूरा कर लिया गया है । उन्होंने उम्मीद जतायी कि मार्च 2022 तक सिक्किम राष्ट्रीय रेलवे मानचित्र पर आ जाएगा।