IRCTC Indian Railways: रेलवे के अपने पैकेज्ड वाटर ब्रांड ‘रेल नीर’ की आपूर्ति में कमी के कारण सेंट्रल रेलवे ने इस साल सितंबर तक के लिए विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर पांच अन्य ब्रांड को पैकेज्ड वाटर बेचने की अनुमति दी है। हालांकि पुणे रेलवे स्टेशन के लिए यह अनुमति नहीं दी गई।
पुणे रेलवे जंक्शन से रोजाना करीब दो लाख यात्री यात्रा करते हैं। ऐसे में यहां डेली 19,200 लीटर पैकेज्ड वाटर की जरुरत होती है मगर जंक्शन पर रोजना महज 7,200 लीटर ही पानी की सप्लाई हो पा रही है, जो कि जरुरत के आधे से भी कम है।
पुणे रेल डिविजन के पीआरओ मनोज झावर ने बताया, ‘स्टेशनों पर और गाड़ियों के वेंडर बोतलबंद पानी का रेल नीर ब्रांड बेच रहे हैं या नहीं, इसकी जांच के लिए स्टेशनों पर टीमें बनाई गई हैं।’ उन्होंने कहा कि विक्रताओं को पुणे रेलवे स्टेशन पर केवल रेल नीर ब्रांड बेचना अनिवार्य है।
उन्होंने कहा कि अगर कहीं रेल नीर की कमी है तो पांच अन्य ब्रांड्स को पैकेज्ड वाटर बेचने की अनुमति दी गई है।’ हालांकि उन्होंने साफ किया कि अभी पुणे में रेल नीर पैकेज्ड वाटर की कमी देखने को नहीं मिली है।
डिविजन रेलवे मैनेजर मिलिंद देओस्कर ने कहा कि ट्रेनों में पानी की उपलब्धता की जांच करने के लिए इंस्पेक्टर को तैनात किया जाएगा। इस दौरान अगर पानी की कमी पाई जाती है तो पंप अप एक्वा, ऑक्सीमोर, एक्वाफिना, गैलन और हेल्थ प्लस का पानी बेचा जा सकता है।
इसमें गैलन और पंप अप एक्वा का पानी 18 सिंतबर तक विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर बेचा जा सकता है जबकि ऑक्सीमोर 14 सितंबर और हेल्थ प्लस का पानी 20 नवंबर तक बेचा जा सकता है।