भारतीय रेलवे करीब तीन साल की देरी से 100 फीसद विद्युतीकरण का लक्ष्य हासिल करेगा। तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु के निर्देशन में नवंबर 2016 में मिशन विद्युतीकरण को शुरू किया था। उस समय रेलवे ने साल 2022 तक पूरे रेलवे नेटवर्क का 100 फीसद विद्युतीकरण करने का लक्ष्य रखा, लेकिन कोरोना महामारी सहित दूसरे कारणों से कार्य बाधित हुआ।

भारतीय रेलवे की रपट के मुताबिक देश के 30 राज्य व केंद्र शासित प्रदेश में से केवल राजस्थान, कर्नाटक, तमिलनाडु, गोवा और असम में विद्युतीकरण का काम बाकी है। इन पांच राज्यों में 698 किलोमीटर को विद्युतीकरण करना है। इसे जल्द पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। रपट के अनुसार रेलवे 31 जुलाई 2025 तक कुल 69,800 रूट किलोमीटर ब्राड गेज मार्ग में से 69,102 किलोमीटर का विद्युतीकरण पूरा कर चुका है। जो कुल नेटवर्क का 99 फीसद है। रपट के अनुसार, आजादी के बाद 1948 से 2014 तक 21413 किलोमीटर मार्ग का विद्युतीकरण हुआ। इसके बाद 2014-19 के दौरान यह आंकड़ा 13,687 किलोमीटर और 2019-25 के बीच 33,213 किलोमीटर तक पहुंच गया।

15 किलोमीटर प्रतिदिन के औसतन से हुआ विद्युतीकरण

मौजूदा (2019-2025) कार्यकाल में औसतन 15 किलोमीटर प्रतिदिन का विद्युतीकरण हुआ है, जो अब तक का सबसे तेज रफ्तार के साथ हुआ काम है। उम्मीद है कि दो से तीन माह में भारतीय रेलवे 100 फीसद विद्युतीकरण का लक्ष्य हासिल कर लेगा। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि पूर्ण विद्युतीकरण से डीजल पर निर्भरता लगभग समाप्त हो जाएगी। इससे न केवल ईंधन आयात पर खर्च घटेगा, बल्कि रेलवे संचालन भी अधिक किफायती और पर्यावरण के अनुकूल होगा। साथ ही, कार्बन उत्सर्जन में उल्लेखनीय कमी आएगी, जिससे भारत के नेट-जीरो लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी।

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रेलवे मंत्रालय का कहना है कि वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 6,150 करोड़ रुपए का बजट विद्युतीकरण कार्यों के लिए रखा गया है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेल भवन से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक कार्यक्रम में दावा किया था कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में 100 फीसद विद्युतीकरण पूरा करने की योजना है।

इन राज्यों में पूरा हुआ रेल विद्युतीकरण का काम

क्षेत्रीय स्तर पर देखें तो अधिकांश रेलवे जोन 100 फीसद विद्युतीकरण का लक्ष्य हासिल कर चुके हैं। पश्चिमी, मध्य, पूर्वी, उत्तर और दक्षिण-मध्य रेलवे जैसे बड़े जोन पूरी तरह विद्युतीकृत हो चुके हैं। केवल उत्तर पश्चिम रेलवे (98 फीसद), दक्षिण रेलवे (97 फीसद), दक्षिण पश्चिम रेलवे (95 फीसद) और उत्तर-पूर्वी फ्रंटियर रेलवे (94 फीसद) में कुछ काम शेष बचा हुआ है।

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रेलवे की रपट के मुताबिक आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, चंडीगढ़, झारखंड, छत्तीसगढ़, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय, नागालैंड, ओड़ीशा, पुदुचेरी, पंजाब, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात, मिजोरम और पश्चिम बंगाल में 100 फीसद विद्युतीकरण का काम पूरा हो गया है।