भारतीय रेलवे अगले साल की शुरुआत तक वंदेभारत एक्सप्रेस का पहला अपग्रेडेड वर्जन लाने की तैयारी में है। नई वंदे भारत एक्सप्रेस में सुरक्षा और आराम की दृष्टि से कुछ अन्य सुविधाओं को जोड़ा जा रहा है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार वंदे भारत एक्सप्रेस प्रोजेक्ट में हाल में कुछ बदलाव किए गए हैं और जिसके तहत नई ट्रनों में कुछ नई सुविधाएं भी मिलेंगी। जिसमें यात्रियों की सुरक्षा के साथ साथ उनके आराम का भी ख्याल रखा गया है। सूत्रों के अनुसार पहले प्रोटोटाइप को मार्च 2022 तक ट्रैक पर लाने की योजना है, 2022 तक इसे कमर्शियल इस्तेमाल के लिए खोल दिया जाएगा।

वंदे भारत ट्रेन में क्या कुछ होगा नया: नई ट्रेनों में रिक्लाइनिंग सीट्स में पुशबैक की सुविधा मिलेगी, बैक्टीरिया फ्री एयर कंडीशनिंग सिस्टम का इस्तेमाल होगा। ट्रेन के तापमान से लेकर उसके हर इलेक्ट्रिक बोर्ड तक सभी जरूरी सिस्टम की निगरानी के लिए एक सेंट्रलाइज कोच होगा, यहां बैठकर पूरी ट्रेन पर नजर रखी जा सकेगी। किसी भी आपात स्थिति के लिए हर कोच में चार इमरजेंसी विंडोज होंगी जिनसे यात्रियों को निकाला जा सकेगा।

मानसून और बाढ़ जैसी स्थितियों के लिए खास तौर से तैयार अंडरफ्रेम उपकरण होंगे, ताकि पानी के संपर्क में आकर खराब न हों। इसके अलावा हर कोच में खास तौर पर बड़ी लाइटें होंगी जो काफी देर तक चल सकेंगी। इनका इस्तेमाल उस स्थिति में किया जाएगा जब कोच की सभी लाइटें खराब हो जाएंगी। बिजली गुल हो जाने की स्थिति में 3 घंटे तक वेंटिलेशन की उपलब्धता भी मौजूद रहेगी।

इसके अलावा हर कोच में इमरजेंसी पुश बटन की संख्या को बढ़ा दिया गया है, अभी तक ट्रेन एक कोच में दो बटन होते थे, नई ट्रेन में चार बटन होंगे। साथ ही पैसेंजर इंफॉर्मेशन सिस्टम और डोर सर्किट में फायर सर्वाइवल केबल का इस्तेमाल किया गया है। ताकि आग लगने की स्थिति में दरवाजे और खिड़कियां खोली जा सकें।

2019 मे चली थी पहली ट्रेन: वंदे भारत एक्सप्रेस को ट्रेन 18 के नाम से भी जाना जाता है। इसकी शुरुआत साल 2019 में हुई थी। नए जमाने की इस ट्रेन में आम गाड़ियों के मुकाबले ज्यादा सुविधाएं और अपग्रेडेशन है। ये पूरी ट्रेन चेयर कार में कई नई सुविधाओं को जोड़ा गया था। इस ट्रेन में आपको स्लाइडिंग फुटस्टेप्स के साथ ऑटोमेटिक दरवाजे, एक्सक्यूटिव क्लास में चारों तरफ घूमने वाली कुर्सियां, किताब पढ़ने के लिए पर्सनल लाइट, हर सीट के नीचे चार्जिंग लाइट, जीपीएस इनेबल स्क्रीन के अलावा कई सुविधाएं मिलती हैं।

जनवरी 2021 में भारतीय रेलवे ने 44 नई ट्रेनों का टेंडर निकाला था। हर ट्रेन में 16 कोच होंगे। मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत हर ट्रेन में 75 फीसदी सामान भारतीय कंपनी द्वारा निर्मित होगा।

मौजूदा स्थिति में भारतीय रेलवे दो वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन कर रही है, एक के जरिए दिल्ली से वाराणसी तक का सफर किया जा सकता है तो दूसरी से दिल्ली से कटरा। इन रास्तों पर पहले जहां 12 से 14 घंटों का सफर तय करना पड़ता था, वंदे भारत के लिए जरिए यह सफर 8 घंटों में ही पूरा हो जाता है।