भारत में कोरोनावायरस की वैक्सीन बनाने की होड़ तेज हो गई है। चंडीगढ़ पीजीआई के निदेशक डॉक्टर जगत राम ने बताया कि Mw वैक्सीन ड्रग का सेफ्टी ट्रायल पूरा हो चुका है। अब इसका असल ट्रायल पीजीआई चंडीगढ़ के 40 मरीजों के साथ एम्स दिल्ली और एम्स भोपाल में किया जाएगा। गौरतलब है कि यह तीनों ही शहर और केंद्र शासित प्रदेश रेड जोन के अंतर्गत हैं।

देश में कोरोनावायरस से संक्रमितों की संख्या रविवार को नया रिकॉर्ड पार कर गई। पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना से 83 लोगों की मौत हुई है। वहीं, 2644 लोग नए संक्रमित पाए गए हैं। इसी के साथ अब देश में कोरोना से 1301 लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा संक्रमितों की संख्या भी 39,980 पर पहुंच गई है। यह लगातार दूसरा दिन है, जब संक्रमितों की संख्या में 2000 से ज्यादा का उछाल आया है।

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गौरतलब है कि भारत में अभी 6 फर्म्स कोरोनावायरस के खिलाफ वैक्सीन बनाने में जुटी हैं। इनमें एक है सेरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, जो वैक्सीन की डोज बनाने और बेचने में दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन कंपनी है। हर साल इस कंपनी में 1.5 अरब डोज बनती हैं। यह कंपनी अमेरिका की कोडाजेनिक्स बायोटेक कंपनी के साथ कोरोना की वैक्सीन बनाने में जुटी है। सेरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया सितंबर तक ह्यूमन ट्रायल शुरू कर सकती है।

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इसके अलावा भारत की हैदराबाद की भारत बायोटेक ने भी अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन मैडिसन और फ्लूजेन फर्म के साथ 3 करोड़ वैक्सीन बनाने के लिए रिसर्च में जुटी है। वहीं भारत की जायडस कैडिला कंपनी एक साथ दो वैक्सीन पर काम कर रही है। इसके अलावा दवा बनाने वाली कंपनी बायलॉजिकल ई, इंडियन इम्यूनोलॉजिक्स और मिनवैक्स भी एक-एक वैक्सीन बनाने की होड़ में जुटी हैं।