भारत में रामनवमी और हनुमान जयंती की शोभायात्रा के दिन हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर भारतीय मूल की लेखिका पद्मा लक्ष्मी ने चिंता जाहिर की । उन्होंने इस हिंसा पर अपना दर्द बयान करते हुए बुधवार को सोशल मीडिया पर काफी सारे ट्वीट किए, जिसमें उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान या फिर और कहीं भी हिंदुओं को कोई भी खतरा नहीं है। यहां सभी धर्म के लोग प्यार और सद्भावना के साथ सदियों से रहते चले आ रहे हैं।

उन्होंने अपने ट्वीट्स के साथ दिल्ली की जहांगीरपुरी हिंसा से जुड़े कुछ लेख साझा किए, जिसमें दिल्ली की जहांगीरपुरी हिंसा और रामनवमी शोभायात्रा के दिन मध्य प्रदेश के खरगोन में हुई हिंसा से जुड़ी खबरें थी। इसके साथ लक्ष्मी ने कहा कि सच्ची आध्यात्मिकता में नफरत के लिए कोई जगह नहीं होती है।

आगे लक्ष्मी ने कहा, “भारत में मुसलमानों के खिलाफ हो रही हिंसा को देखकर दुख होता है। व्यापक मुस्लिम विरोधी बयानबाजी लोगों में डर पैदा करती है और उनके मन में जहर घोल देती है। यह प्रचार खतरनाक और नापाक है क्योंकि जब आप किसी को उससे कम समझते हैं तो उसके उत्पीड़न में भाग लेना बहुत आसान हो जाता है।”

इसके साथ उन्होंने कहा कि “हिन्दुओं को किसी भी डर के आगे नहीं झुकना चाहिए। भारत में या कहीं और हिंदू धर्म के लिए कोई खतरा नहीं है। सच्ची आध्यात्मिकता में किसी भी प्रकार की घृणा के बीज बोने के लिए कोई जगह नहीं होती है। इस प्राचीन, विशाल भूमि में सभी धर्मों के सदियों से एक रहते चले आ रहे हैं।

दिल्ली के जहांगीरपुरी में 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के दिन दो समुदायों के बीच भिड़ंत हो गई थी, जिसमें 8 पुलिस वाले और एक स्थानीय नागरिक घायल हो गया था। इसके करीब एक हफ्ते बाद सांप्रदायिक तनाव को कम करने और सौहार्द बनाए रखने के लिए जहांगीरपुरी के निवासियों की ओर से तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया था जिसमें सभी समुदाय के लोग शामिल हुए थे।

पद्मा लक्ष्मी भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक है जो फिलहाल ब्रावो टॉप चैफ नामक एक कार्यक्रम की लेखिका और होस्ट भी है।