जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने की रणनीति पर काम कर रही है कि भारत से पानी की एक भी बूंद पाकिस्तान में न जाए।

केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “मोदी सरकार द्वारा सिंधु जल संधि पर लिया गया ऐतिहासिक निर्णय पूर्णतः न्यायसंगत और राष्ट्रहित में है।हम ख्याल रखेंगे की पाकिस्तान में सिंधु नदी का एक बूंद पानी भी नहीं जाए।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई निर्देश जारी किए- सीआर पाटिल

पाटिल ने पीटीआई को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई निर्देश जारी किए हैं और उन पर अमल करने के लिए बैठक आयोजित की गई थी। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री शाह ने बैठक में उनके प्रभावी कार्यान्वयन के लिए कई सुझाव दिए। उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करेंगे कि भारत से पानी की एक भी बूंद पाकिस्तान में न जाए।”

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार ने भारतीय नदियों के पानी को पाकिस्तान में जाने से रोकने के लिए एक व्यापक रणनीति बनाई है। दरअसल, पहलगाम में हुए एक घातक आतंकवादी हमले की प्रतिक्रिया में भारत सरकार ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है। पाटिल ने कहा कि तत्काल कार्रवाई को प्राथमिकता दी जा रही है, जिसमें नदी की सफाई प्राथमिक उपायों में से एक है।

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अमित शाह के साथ बैठक में रोडमैप तैयार

अमित शाह के साथ बैठक में एक रोडमैप तैयार किया गया। बैठक में तीन विकल्पों पर चर्चा की गई। सरकार अल्पकालिक, मध्यम अवधि और दीर्घकालिक उपायों पर काम कर रही है ताकि पानी की एक बूंद भी पाकिस्तान न जाए। जल्द ही नदियों की सफाई की जाएगी ताकि पानी को रोका जा सके और उसका रुख मोड़ा जा सके।

भारत ने किया सिंधु जल संधि को स्थगित

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई CCS की बैठक के दौरान, भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को तब तक के लिए निलंबित करने का संकल्प लिया जब तक कि पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं कर देता। वहीं, पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने के भारत के फैसले को खारिज कर दिया, इसे 240 मिलियन पाकिस्तानियों के लिए जीवन रेखा बताया और चेतावनी दी कि सिंधु जल संधि के तहत पानी को मोड़ने का कोई भी प्रयास युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। देखें- हमले के बाद अब कैसा है पहलगाम का हाल?