भारत की ओर से पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ कार्रवाई करने के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। पाकिस्तान ने 27 फरवरी को जम्मू की सीमा से लगते नौशेरा सेक्टर में फाइटर जेट के जरिये बम गिराए थे। भारतीय वायुसेना के जांबाजों ने पाकिस्तानी फाइटर जेट को तुरंत खदेड़ दिया था। हालांकि, इस ऑपरेशन में इंडियन एयरफोर्स के जवान विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमन को पाकिस्तानी सेना ने गिरफ्तार कर लिया। भारत ने अभिनंदन को अविलंब रिहा करने को कहा है। इसके बावजूद पिछले 24 घंटों से भी ज्यादा वक्त से विंग कमांडर पाकिस्तान की हिरासत में हैं। बता दें कि युद्धबंदियों के साथ मानवीय व्यवहार और उनकी रिहाई को लेकर वर्ष 1949 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जेनेवा समझौता किया गया था। भारत और पाकिस्तानी सेना के बीच भी इसको लेकर अनौपचारिक सहमति है। ऐसे में अब सवाल उठता है कि क्या पाकिस्तान द्वारा गिरफ्तार किए गए IAF के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमन का मामला जेनेवा समझौते के तहत आता है या नहीं?
ये हैं जेनेवा कन्वेंशन के प्रावधान: युद्धबंदियों (प्रिजनर्स ऑफ वॉर) के हितों की रक्षा के लिए वर्ष 1929 में जेनेवा में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया था। इसमें ऐसे कैदियों की सुरक्षा को लेकर नियम कायदे-तय किए गए थे। दूसरे विश्वयुद्ध के बाद उपजे हालात के बाद वर्ष 1949 में तीसरे जेनेवा कन्वेंशन में इसे और दुरुस्त किया गया था, जिसमें वर्ष 1977 में कुछ अतिरिक्त प्रावधान जोड़े गए थे। जेनेवा कन्वेंशन में प्रिजनर्स ऑफ वॉर की व्याख्या भी की गई है। इसके अनुसार, अंतरराष्ट्रीय सशस्त्र संघर्ष के दौरान यदि किसी एक देश की सेना या सशस्त्र बल के जवान को विरोधी देश पकड़ लेता है तो उसे युद्धबंदी माना जाता है। इस करार के प्रावधान के मुताबिक सशस्त्र टकराव या युद्ध में गिरफ्तार जवानों के खिलाफ वॉर में हिस्सा लेने के लिए मुकदमा नहीं चलाया जा सकता है। साथ ही ऐसे कैदियों के साथ मानवीय व्यवहार करते हुए संबंधित देश को उनके खाने-पीने और रहने की माकूल व्यवस्था करनी होती है। इसके अलावा युद्ध समाप्त होने के तुरंत बाद (यथा संभव कम से कम समय में) ऐसे कैदियों को संबंधित देश के हवाले करने का भी प्रावधान है।
Hindi News Updates 28 Feburary
मौजूदा तनाव पर भारत-पाक का पक्ष: भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर पर किए गए हवाई हमले को असैन्य कार्रवाई (नॉन मिलिट्री एक्शन) करार दिया था। वहीं, पाकिस्तान ने 27 फरवरी को भारतीय क्षेत्र में घुसकर बम गिराने की हरकत को असैन्य कदम बताया था। भारतीय वायुसेना ने भी जवाबी कार्रवाई की थी। इस पूरी प्रक्रिया में विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तानी सेना ने गिरफ्तार कर लिया। भारत ने पाकिस्तान की हिमाकत को सैन्य कार्रवाई करार दिया। ऐसे में भारतीय पक्ष को देखते हुए जेनेवा कन्वेंशन के तहत विंग कमांडर अभिनंदन प्रिजनर्स ऑफ वॉर की श्रेणी में आते हैं।