देश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है, ओमीक्रोन के मामले रोज बढ़ रहे हैं, इसके बाद भी काफी लोग इससे बचने के लिए वैक्सीन लेने को तैयार नहीं है। सरकार इस समय वैक्सीनेशन पर काफी जोर दे रही है, लेकिन देश में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें लोग वैक्सीन से बचने के लिए अजीबो-गरीब हरकत करते दिख रहे हैं। ऐसा ही मामला पुडुचेरी में सामने आया है, जब एक शख्स बंदर की तरह पेड़ पर चढ़ गया। उधर आंध्र प्रदेश में लोगों ने जादूई दवा देने वाले को ही घेर लिया है।
पुडुचेरी के रहने वाले 39 वर्षीय मुथुवेल को जैसे ही स्वास्थ्य कर्मी कोरोना का टीका लगाने के लिए पहुंचे। वैसे ही वो बंदर की तरह उछला और पेड़ पर चढ़ गया। कर्मियों ने काफी प्रयास किए कि वो नीचे उतरे लेकिन वो इसके लिए तैयार नहीं हुआ।
वायरल हो रहे एक वीडियो में, मुथुवेल को एक पेड़ के ऊपर बैठे देखा जा सकता है, जबकि प्राथमिक स्वास्थ्य कर्मी उसे नीचे आने के लिए कहते हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुडुचेरी में घर-घर जाकर उन सभी का टीकाकरण कर रहे हैं जो पिछले टीकाकरण अभियान में छूट गए थे।
इसके अलावा, यह पता चला कि मुथुवेल हर बार वैक्सीन लेने से बच रहा था। इस बार, वह एक पेड़ पर चढ़ गया और स्वास्थ्य कर्मियों के चले जाने तक वहां ही बैठे रहा। वहीं आंध्र प्रदेश के नल्लौर जिले में लोगों ने कोरोना की जादुई दवा देने वाले को ही घेर लिया।
दरअसल पिछले साल जब कोरोना पीक पर था, तब एक शख्स आनंदय्या ने चमत्कारी दवा बनाने का दावा किया था। तब इसकी बहुत चर्चा हुई थी। स्थानीय विधायक की मदद से ये दवा ग्रामीणों में बांटी गई थी।
अब जब फिर से ओमीक्रोन का मामला बढ़ने लगा तो लोगों की भीड़ फिर आनंदय्या के पास पहुंचने लगी। इस बार लोगों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। विरोध स्थानीय लोग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि बाहरी लोग गांव में दवा के लिए आ रहे हैं जिससे कोरोना फैल सकता है।