केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को कहा कि भारत में जॉनसन एंड जॉनसन के एक खुराक वाले कोविड-19 रोधी टीके को आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इससे संक्रमण से निपटने में देश के समग्र प्रयासों को और मजबूती मिलेगी।

इस टीके को अमेरिका ने पहले ही अपने यहां मंजूरी दे दी थी और रिपोर्ट में यह कहा गया था कि यह अस्पताल में भर्ती होने और संक्रमण से होने वाली मौतों को रोकने में काफी प्रभावी है। मांडविया ने ट्वीट किया, ‘भारत ने टीके की अपनी टोकरी (बास्केट) को और बड़ा किया। भारत में जॉनसन एंड जॉनसन के एक खुराक वाले कोविड-19 रोधी टीके को आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिली। अब भारत के पास आपात इस्तेमाल के लिए पांच टीके हैं। इससे संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में देश के समग्र प्रयासों को और मजबूती मिलेगी।’

भारत के पास अब पांच टीके
भारत में जिन पांच टीकों को आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिली है, वे हैं-सीरम इंस्टीट्यूट का कोविशील्ड, भारत बायोटेक का कोवैक्सीन, रूस का स्पूतनिक वी, मॉडर्ना का टीका और अब जॉनसन एंड जॉनसन का टीका।

कोविशील्ड : यह टीका सीधे तौर पर प्रतिरक्षा प्रणाली पर कार्य करता है और शरीर में एंटीबॉडी का निर्माण करती है। इससे शरीर किसी भी तरह के कोरोना वायरस से लड़ने के लिए तैयार होता है। यह टीका दो खुराक में है। इसे दो से आठ डिग्री सेल्सियस के तापमान पर रखा जाता है।

कोवैक्सीन : यह स्वदेश में विकसित किया गया है। यह भी दो खुराक वाला टीका है।

स्पूतनिक वी : रूस में निर्मित यह टीका शरीर में एंटीबॉडी बनाने के लिए एक शीत प्रकार के विषाणु का प्रयोग करता है जो कि शरीर के लिए पूरी तरह से सुरक्षित होता है। स्पुतनिक वी की पहली और दूसरी खुराक में दो अलग-अलग तरह के टीकों का प्रयोग किया जाता है।

मॉडर्ना : मॉडर्ना टीका एक संदेशवाहक की तरह काम करता है, ताकि विषाणु के लिए प्रतिरक्षा यानि इम्यूनिटी बनाने के लिए कोशिकाओं को तैयार किया जा सके।
जॉनसन एंड जॉनसन का टीका : यह एक खुराक वाला टीका होगा।