India Warns OIC: भारत ने मंगलवार (13 दिसंबर, 2022) को इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा (Hissein Brahim Taha) की पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) यात्रा की कड़ी निंदा की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने कहा कि कश्मीर से जुड़े मामलों में दखलअंदाजी करने का समूह का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत के आंतरिक मामले में उनका हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
अरिंदम बागची बोले- भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप पूरी तरह अस्वीकार्य
अरिंदम बागची ने ओआईसी के महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा की पीओके यात्रा पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “ओआईसी और उसके महासचिव द्वारा भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप और दखल देने का कोई भी प्रयास पूरी तरह से अस्वीकार्य है।”
10-12 दिसंबर तक पाकिस्तान दौरे पर थे ओआईसी प्रमुख
उन्होंने कहा कि ओआईसी पहले ही मुद्दों पर स्पष्ट रूप से सांप्रदायिक, पक्षपातपूर्ण और तथ्यात्मक रूप से गलत दृष्टिकोण को लेकर अपनी विश्वसनीयता खो चुका है। ताहा 10 से 12 दिसंबर के बीच तीन दिवसीय पाकिस्तान दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने पीओके का भी दौरा किया और कश्मीर को लेकर भी टिप्पणी की थी।
ओआईसी प्रमुख ने कहा, कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाक के बीच चर्चा के लिए रास्ता खोज रहा संगठन
बागची ने कहा, “हमें उम्मीद है कि संगठन भारत में, खास तौर पर जम्मू-कश्मीर में सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने के पाकिस्तान के नापाक एजेंडे को पूरा करने में भागीदार बनने से परहेज करेगा।” इससे पहले ओआईसी महासचिव ने कहा था कि संगठन कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान और भारत के बीच चर्चा का रास्ता खोजने की योजना पर काम कर रहा है।
ताहा ने रविवार (11 दिसंबर, 2022) को मीडिया से कहा, “मुझे लगता है कि सबसे महत्वपूर्ण बात भारत और पाकिस्तान के बीच चर्चा के लिए रास्ता खोजना है और हम पाकिस्तानी सरकार और अन्य सदस्य देशों के सहयोग से इस संबंध में कार्य योजना पर काम कर रहे हैं।”
इससे पहले, ताहा के नेतृत्व में पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल चकोठी सेक्टर गया था। विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के निमंत्रण पर ओआईसी प्रतिनिधिमंडल दौरे पर आया था।