लद्दाख में चीनी घुसपैठ के मुद्दे पर पूर्व गृह मंत्री पी.चिदंबरम ने कई ट्वीट किए हैं। इन ट्वीट में चिदंबरम ने लिखा है कि “कोई तो है जो राजनाथ सिंह को रक्षा मंत्रालय से बाहर करना चाहता है! अन्यथा, रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट चीनी आक्रामकता और भारतीय क्षेत्र पर कब्जे के बारे में सच्चाई क्यों बताएगी?” बता दें कि गुरुवार को रक्षा मंत्रालय ने एक नोट जारी किया था, जिसमें सरकार ने यह पहली बार माना था कि चीन की सेना ने घुसपैठ की है लेकिन इस बयान के सामने आते ही यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और इस पर विवाद बढ़ने लगा, जिसके बाद इसे रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट से डिलीट कर दिया गया।

इस मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधते हुए पी.चिदंबरम ने कहा कि “उस एक बयान से श्री राजनाथ सिंह को नुकसान हुआ (लोगों ने पूछा, क्या मंत्रालय और सेना खुफिया सूचनाओं पर कार्रवाई करने में विफल रहे और चीनी सैनिकों और उपकरणों को लाने और एलएसी को पार करने की अनुमति दी?)”

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए पी.चिदंबरम ने कहा कि “उस बयान से नरेंद्र मोदी की प्रसिद्ध घोषणा को भी उजागर कर दिया कि भारतीय क्षेत्र में कोई घुसपैठ नहीं हुई है और कोई भी भारतीय क्षेत्र पर कब्जा नहीं कर रहा है। मुझे संदेह है कि रक्षा मंत्रालय में एक चीनी जासूस है!”

बता दें कि पीएम मोदी ने अपने एक बयान में लद्दाख में घुसपैठ की बात से इंकार किया था। जिस पर विपक्षी पार्टियों ने गलवान घाटी में हुई हिंसा में हमारे 20 जवानों की शहादत को लेकर पूछा था कि जब हमारी जमीन पर कोई घुसपैठ ही नहीं हुई तो हमारे सैनिक क्यों शहीद हुए? विपक्ष के हमले के बाद सरकार बैकफुट पर नजर आयी थी और बाद में सरकार ने पीएम के बयान पर सफाई भी दी थी।

यही वजह है कि अब जब रक्षा मंत्रालय ने भी घुसपैठ की बात मान ली है तो एक बार फिर विपक्षी पार्टियां खासकर कांग्रेस सरकार के खिलाफ आक्रामक हो गए हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट से नोट को डिलीट करने के विरोध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया।