भारतीय सैनिकों और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में जवानों की शहादत को लेकर पूर्व भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर सवाल किया है किया बहादुरी सिर्फ पाकिस्तान को दिखाने के लिए ही है? अटल सरकार में वित्त मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा ने केंद्र सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि ‘घर में घुसकर मारेंगे’ वाले बयान केवल पाकिस्तान के लिए है।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘ चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प में एक कमांडिंग ऑफिसर समेत हमारे 20 जवान शहीद हुए हैं, क्या तिब्बत में सर्जिकल स्ट्राइक होगा?’ उन्होंने तंज कसते हुए लिखा क्या हमारा उद्देश्य तो केवल पाकिस्तान के लिए है कि ‘घर में घुसकर मारेंगे’।
How about a surgical air strike in Tibet on Chinese troop establishments to avenge the death of our 20 brave jawans including a commanding officer? After all our motto is ‘ghar me ghus kar marenge’. Or is all our bravado only for Pakistan?
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) June 17, 2020
बता दें कि लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ ”हिंसक टकराव” के दौरान भारतीय सेना का एक अधिकारी समेत कुल 20 जवान शहीद हो गए। इस दौरान सेना की तरफ से बयान जारी कर कहा गया था कि भारत और चीन की सेना के वरिष्ठ अधिकारी लद्दाख में तनाव कम करने के लिये बैठक भी की है।
गौरतलब है कि यशवंत सिन्हा बीजेपी से बागी होने के बाद लगातार मोदी सरकार पर निशाना साधते रहे हैं। इससे पहले कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर उन्होंने मोदी सरकार की तरफ से आयोजित नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम को लेकर भी निशाना साधा था। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था, कोरोना का संक्रमण फैलाने के लिए तबलीगी जमात पर केस पर केस दर्ज हो रहे हैं। शायद यह सही हो लेकिन उन लोगों का क्या जिन्होंने नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम का आयोजन अहमदाबाद में कराया जिससे कोरोना का संक्रमण और फैल गया।
सिन्हा ने कहा था कि, ‘गुजरात में कोरोना का संक्रमण फैलने का कारण सीधे तौर पर अहमदाबाद में ट्रंप के इवेंट है, जहां दुनियाभर से बड़ी तादाद में एनआरआई जुटे थे। यहां होम क्वारेंटीन और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन हुआ। मीडिया इस पक्ष को नजरअंदाज कर रहा है।’