भारत और चीन के बीच सीमा विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद भी चीनी सेना 200 गाड़ियों के साथ वहीं डटी हुई है। चीन को करारा जवाब देने के लिए भारतीय जवान भी अपनी सरजमीं पर मुस्तैदी से तैनात हैं। इस बात का खुलासा सैटेलाइट इमेज के जरिए हुआ है। हिंसक झड़प के बाद भी चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। तस्वीरों में नजर आ रहा है कि चीनी वाहन घाटी में लगातार सैन्य गतिविधियां कर रहे हैं। चीनी सैनिकों ने चोटी के 200 मीटर के पास अपना कैंप लगाया हुआ था और विवाद के बाद भी चीन यहां से हटने का नाम नहीं ले रहा है।
तस्वीर के जरिए साफ पता चलता है कि चीन विश्वासघात करने से बाज नहीं आ रहा है। महीनों से चली आ रही गलवान घाटी में तनाव को खत्म करने करने की कोशिश को लेकर बनी सहमतियों को चीन तार-तार कर रहा है। तस्वीरों से यह भी स्पष्ट है कि चीन ने डी-एस्केलेशन प्रक्रिया के बीच अपने सैन्य निर्माण को तेज कर दिया है।
इधर चीन की तरफ से किए गए इस कृत्य पर प्रधामंत्री ने संवेदना प्रकट की और मुंहतोड़ जवाब देने के लिए कहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि लद्दाख की गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। कोरोना वायरस महामारी पर मुख्यमंत्रियों के साथ डिजिटल बैठक के दूसरे दिन अपने बयान में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत शांति चाहता है लेकिन उकसाये जाने पर मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए, देश की एकता और संप्रभुता सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।
मोदी ने कहा कि भारत ने हमेशा कोशिश की है कि मतभेद विवाद न बनें। इसके बाद प्रधानमंत्री और बैठक में शामिल लोगों ने शहीद सैन्यकर्मियों के सम्मान में कुछ मिनट का मौन रखा। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ सोमवार की शाम हुई झड़प में 20 भारतीय सैन्यकर्मी शहीद हो गये थे।