राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल ने रविवार को चीनी विदेश मंत्री और स्टेट काउंसलर वांग यी से वीडियो कॉल के जरिए बात की थी। सूत्रों के अनुसार, दोनों के बीच बहुत सौहार्दपूर्ण माहौल में बातचीत हुई थी। बता दें कि आज चीनी सेना गलवान घाटी, पैंगोंग त्सो इलाके में पीछे हट गई है।

चीन की सेना गलवान घाटी और पैंगोंग त्सो इलाके में पीछे हट गई हैं। इससे एलएसी पर तनाव में कुछ कमी आयी है और बफर जोन बना है। सैन्य अधिकारियों के अनुसार, चीनी सेना 1-2 किलोमीटर पीछे हटी है। हालांकि अभी भी अहम जगह पर चीनी सेना की तैनाती है। सेना स्थिति पर नजर बनाए हुए है। इसी बीच खबर है कि एलएसी पर भारतीय जवानों की तैनाती लंबे समय तक हो सकती है। इसके लिए सेना ने हजारों खास तरह के टेंट का ऑर्डर दिया है, जिससे बेहद सर्द मौसम में भी सैनिक लद्दाख सेक्टर में तैनात रह सकें। माना जा रहा है कि भारत और चीन की तनातनी सितंबर अक्टूबर तक खिंच सकती है लेकिन इसके बाद भी कुछ समय तक भारतीय जवान सावधानी बरतते हुए सीमा पर ही तैनात रहेंगे। यही वजह है कि सेना ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं।

India-China Border News Live Updates: एलएसी पर 2 किमी पीछे हटी चीनी सेना, 4 और विवादित जगहों से पीछे हट रही पीएलए

गलवान झील में पानी का स्तर काफी बढ़ गया है, जिससे झील के किनारों पर बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। ऐसे में ये भी एक वजह हो सकती है कि चीनी सैनिकों को और पीछे हटना पड़ा। सैन्य अधिकारियों का कहना है कि बर्फ के पिघलने से झील का जलस्तर काफी बढ़ गया है। सैटेलाइट इमेज से खुलासा हुआ है कि झील का पानी चीनी सेना के टेंटों की तरफ बढ़ रहा है, जिसके चलते उन्हें पीछे हटने को मजबूर होना पड़ा है। एचटी ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।

BJP के राष्ट्रीय महासचिव आरपी सिंह ने रविवार को टाइम्स नाऊ पर एक डिबेट के दौरान कहा है कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां चीन का समर्थन कर देश में सिर्फ ‘विवाद’ पैदा कर रही है। इससे पहले ब्रह्मा चेलानी ने यह पूछे जाने पर कि भारत को अमेरिका सहित अन्य सहयोगी देशों पर कितना निर्भर रहना चाहिए। क्या युद्ध की स्थिति में वे भारत का साथ देंगे?

COVID-19 cases in India LIVE News and Updates

उन्होंने जवाब दिया- भारत पश्चिम के देशों से कूटनीतिक समर्थन की उम्मीद तो कर सकता है लेकिन सैन्य समर्थन की नहीं। भारत और अमेरिका सामरिक साझेदार हैं, न कि सैन्य साझेदार। अमेरिका से भारत की सैन्य साझेदारी होती भी है तो इससे बहुत अंतर नहीं पड़ने वाला है। साल 2012 में जब चीन ने फिलीपीन से स्कारबोरो शोल छीना था तब अमेरिका ने कुछ नहीं किया जबकि दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग संबंधी समझौता है। कुछ शाब्दिक समर्थन के अलावा अमेरिका, चीन की सैन्य शक्ति के बारे में कुछ गोपनीय जानकारी ही भारत को मुहैया करा सकता है। भारत को खुद से ही चीन की आक्रामकता का जवाब देना होगा।

Live Blog

Highlights

    15:56 (IST)06 Jul 2020
    डोभाल ने की चीनी विदेश मंत्री से बातचीत

    विदेश मंत्रालय ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल ने सीमा मुद्दे पर चीन के विदेश मंत्री वांग यी से रविवार को टेलीफोन पर बातचीत की। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, बातचीत के दौरान डोभाल और वांग के बीच सीमावर्ती क्षेत्रों में हालिया घटनाक्रमों पर खुलकर चर्चा हुई और व्यापक तौर पर विचारों का आदान-प्रदान किया।

    15:54 (IST)06 Jul 2020
    कूटनीति के जरिए भारत ने चीन को दिया कड़ा संदेश

    भारत चीन सीमा पर जारी तनाव के बीच सत्ताधारी भाजपा ने चीन की सरकार को कड़ा संदेश देने की कोशिश की है। दरअसल भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने आज लेह में बौद्ध धर्मगुरू दलाई लामा के 85वें जन्मदिन के कार्यक्रम में शिरकत की। अभी तक भाजपा सरकार ने आधिकारिक तौर पर दलाई लामा से दूरी बनाकर रखी थी लेकिन अब राम माधव का दलाई लामा के जन्मदिन कार्यक्रम में शामिल होना और खेल मंत्री किरन रिजिजू का दलाई लामा को जन्मदिन की बधाई देना, चीन के लिए साफ संकेत हैं।

    14:59 (IST)06 Jul 2020
    भारत ने चौगुना किया सीमा पर सड़क निर्माण का बजट

    एलएसी पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच भारत सरकार ने सीमा पर सड़क निर्माण के लिए बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन का बजट चार गुना बढ़ा दिया है। जहां बीआरओ का बजट बीते साल 30 करोड़ का था, अब उसे बढ़ाकर 120 करोड़ रुपए कर दिया गया है। सीमा पर सड़कों की रणनीतिक तौर पर अहमियत को देखते हुए सरकार ने यह फैसला किया है।

    14:58 (IST)06 Jul 2020
    अजीत डोवाल ने चीनी विदेश मंत्री से की थी बात, आज पीछे हटी चीनी सेना

    राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल ने रविवार को चीनी विदेश मंत्री और स्टेट काउंसलर वांग यी से वीडियो कॉल के जरिए बात की थी। सूत्रों के अनुसार, दोनों के बीच बहुत सौहार्दपूर्ण माहौल में बातचीत हुई थी। बता दें कि आज चीनी सेना गलवान घाटी, पैंगोंग त्सो इलाके में पीछे हट गई है।

    14:30 (IST)06 Jul 2020
    सैनिकों के पीछे हटने पर चीनी विदेश मंत्रालय ने कही ये बात

    चाइनीज अखबार ग्लोबल टाइम्स ने चीनी विदेश मंत्रालय के हवाले से बताया है कि चीन और भारत ने फ्रंटलाइन सैनिकों को पीछे हटाने की दिशा में प्रभावी कदम उठाए हैं। दोनों सेनाओं के बीच 30 जून को हुई कमांडर लेवल की तीसरी बैठक में इस पर सहमति बनी थी।

    13:50 (IST)06 Jul 2020
    होवित्जर तोप के गोले भी खरीदेगी सेना

    भारतीय सेना ने अपनी बेहतरीन अल्ट्रा लाइट होवित्जर तोप के लिए ज्यादा गोले खऱीदने का फैसला किया है। यह तोप काफी हल्की है और इसकी टारगेट क्षमता काफी बेहतरीन है।

    13:17 (IST)06 Jul 2020
    कूटनीतिक और सैन्य बातचीत से कम हुआ तनाव, भारत ने चीन को दिया साफ संदेश

    सूत्रों के अनुसार, लद्दाख में भारत चीन के सैनिकों के पीछे हटने में बीते 48 घंटे में हुई कूटनीतिक, सैन्य बातचीत का काफी अहम रोल रहा। पीएम के लेह दौरे से भी चीन को एक कड़ा संदेश मिला। इसके साथ ही एलएसी पर भारत के जिम्मेदारी भरे रवैये को दुनियाभर में पहचान मिली है। भारत ने साफ संदेश दे दिया है कि उसके लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सबसे अहम है।

    12:59 (IST)06 Jul 2020
    एलएसी पर पीछे हटी चीनी सेना, भारतीय सेना बनाए हुए है नजर

    सूत्रों के अनुसार, चीनी सेना एलएसी पर पीछे हटी है लेकिन वह फिर से आगे आ सकते हैं। यही वजह है कि भारतीय सेना स्थिति पर नजर बनाए हुए है। पैंगोंग त्सो इलाके में भी चीनी सेना थोड़ा पीछे गई है लेकिन अभी वह उस पॉइंट तक पीछे नहीं हटी है, जहां तक भारत ने मांग की थी। ऐसे में भारतीय सेना हालात पर नजर बनाए हुए हैं।

    12:01 (IST)06 Jul 2020
    समुद्र में चीन को घेरने के लिए अमेरिका ने उतारे युद्धपोत

    इस बीच अमेरिका ने समुद्र में चीन को घेरने की तैयारी कर ली है। अमेरिकी नौसेना के दो युद्धपोत USS निमित्ज और USS रोनाल्ड रीगन इस वक्त साउथ चाइना सी में ही मौजूद हैं। बताया गया है कि इस क्षेत्र से कुछ ही दूर चीनी नौसेना की ड्रिल्स जारी हैं। अमेरिका ने भारत-चीन के बीच सीमा विवाद के मौके पर उसे समुद्र से घेरने की मंशा जाहिर कर दी है।

    11:54 (IST)06 Jul 2020
    सेना ने दिया हजारों खास टेंट का ऑर्डर, लद्दाख की ठंड में होंगे कारगर

    सेना ने एलएसी पर तैनात सैनिकों के लिए हजारों खास टेंट के ऑर्डर दिए हैं। दरअसल सैनिकों को बेहद ठंडे इलाके में ठहरने के लिए इन टेंट्स की जरुरत होगी। सैन्य अधिकारियों का कहना है कि सैनिकों को सितंबर अक्टूबर तक यहां तैनात रखा जा सकता है। दरअसल चीन से साथ शांति होने के बाद भी सावधानी के लिए सैनिकों को कुछ समय के लिए एलएसी के पास तैनात रखा जाएगा।

    10:47 (IST)06 Jul 2020
    जेपी नड्डा ने साधा राहुल गांधी पर निशाना, बोले- एक भी डिफेंस मीटिंग में नहीं पहुंचे

    भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है। नड्डा ने बताया कि राहुल गांधी स्टैंडिंग कमेटी ऑन डिफेंस की एक भी मीटिंग में शामिल नहीं हुए हैं लेकिन वह भारत चीन विवाद पर सुरक्षाबलों की वीरता पर सवाल उठा रहे हैं। एक जिम्मेदार विपक्ष के नेता के तौर पर उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।

    10:05 (IST)06 Jul 2020
    राष्ट्रपति के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर पीएम मोदी ने की चर्चा

    लद्दाख में एलएसी पर जारी भारत चीन तनाव के बीच पीएम मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ मुलाकात की। प्रधानमंत्री की राष्ट्रपति के साथ मुलाकात उनके लेह दौरे के दो दिन बाद हुई है। राष्ट्रपति के ट्विटर हैंडल से दी गई जानकारी के अनुसार, 'पीएम मोदी ने राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर राष्ट्रपति के साथ चर्चा की।'

    09:19 (IST)06 Jul 2020
    सेना कर रही आवश्यक सामग्री की खरीद

    रक्षा सूत्रों के अनुसार, सर्दियों में सबसे बड़ी जरुरत जवानों के लिए खास तरह के कपड़ो, यूनिफॉर्म, बूट एवं अन्य सामान की जरुरत होगी। चूंकि सेना गलवान घाटी में लंबे समय तक तैनाती की योजना बना रही है। गलवान घाटी में तापमान माइनस 30 डिग्री के आसपास रहेगा। सेना ने बड़े पैमाने पर सीमा पर सैनिकों की तैनाती की है इसलिए अतिरिक्त खरीद की जा रही है।

    08:34 (IST)06 Jul 2020
    डोनाल्ड ट्रंप बोले- चीन को कोरोना पर जवाब देना होगा

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर कोरोना वायरस माहमारी के लिए चीन को कटघरे में खड़ा किया है। ट्रंप ने 244वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कहा कि जब तक वायरस नहीं आया था सब कुछ अच्छा चल रहा था। चीन की गोपनीयता और धोखे ने वायरस को पूरी दुनिया में फैला दिया। चीन को कोरोना पर जवाब देना होगा। 

    07:29 (IST)06 Jul 2020
    भारत चीन के बीच तनाव कम कराने के लिए पीछे के दरवाजे से कोशिश कर रहा रूस

    भारत चीन के बीच जारी सीमा विवाद से उत्पन्न तनाव को कम करने के लिए रूस पीछे के दरवाजे से कोशिशों में जुटा है। 15 जून की गलवान घाटी की घटना के बाद जिस तरह से दोनों देशों में तनाव चरम पर पहुंच गया था, उसे कम कराने में रूस ने काफी अहम योगदान दिया था।

    06:12 (IST)06 Jul 2020
    ‘‘भारत और अमेरिका सामरिक साझेदार हैं, न कि सैन्य साझेदार" : ब्रह्मा चेलानी

    भारत में सामरिक मामलों के जानकार ब्रह्मा चेलानी ने कहा, ‘‘भारत और अमेरिका सामरिक साझेदार हैं, न कि सैन्य साझेदार। अमेरिका से भारत की सैन्य साझेदारी होती भी है तो इससे बहुत अंतर नहीं पड़ने वाला है। साल 2012 में जब चीन ने फिलीपीन से स्कारबोरो शोल छीना था तब अमेरिका ने कुछ नहीं किया, जबकि दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग संबंधी समझौता है।’’ मौजूदा संकट को खत्म करने के विकल्पों के बारे में पूछे जाने पर चेलानी ने कहा कि चीन ने छल-कपट से अतिक्रमण करते हुए लद्दाख में यथास्थिति को बदल दिया है। भारत चाहता है कि यथास्थिति बरकरार रहे।

    06:03 (IST)06 Jul 2020
    चीन के शहर में ब्यूबानिक प्लेग के लिए अलर्ट जारी 

    उत्तरी चीन के एक शहर में रविवार को ब्यूबानिक प्लेग का एक संदिग्ध मामला सामने आने के बाद अलर्ट जारी किया गया है। यहां के सरकारी मीडिया ने यह जानकारी दी।
    सरकारी पीपुल्स डेली आनलाइन की खबर के अनुसार, आंतरिक मंगोलियाई स्वायत्त क्षेत्र, बयन्नुर ने प्लेग की रोकथाम और नियंत्रण के लिए तीसरे स्तर की चेतावनी जारी की।

    05:23 (IST)06 Jul 2020
    मोदी का लद्दाख दौरा चीनी आक्रामकता के खिलाफ भारत के पलटवार की दृढ़ता को दर्शाता है: ब्रह्म चेलानी

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लद्दाख दौरे ने चीनी आक्रामकता के खिलाफ पलटवार करने की भारत की दृढ़ता को जहां रेखांकित किया है वहीं उन्होंने ‘‘विस्तारवाद’’ का उल्लेख कर पड़ोसी मुल्क को एक स्पष्ट संदेश भी दिया। सामरिक मामलों के विशेषज्ञ ब्रह्म चेलानी ने रविवार को यह बात कही ।

    04:52 (IST)06 Jul 2020
    कैट ने चीनी कंपनियों हुवावे, जेडईटी को 5जी नेटवर्क से बाहर रखने की मांग की

    चीन के सामान का बहिष्कार करने के तहत कॉन्फेडरेशन आॅफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने रविवार को केंद्र सरकार से 5जी नेटवर्क लागू करने की प्रक्रिया से चीनी कंपनियों हुवावेई और जेडईटी कॉरपोरेशन को पूरी तरह बाहर रखने की मांग की है।

    22:36 (IST)05 Jul 2020
    मौजूदा संकट को खत्म करने के क्या विकल्प हो सकते हैं?

    ब्रह्मा चेलानी ने समाचार एजेंसी को इस सवाल के जवाब में बताया- चीन ने छल-कपट से अतिक्रमण करते हुए लद्दाख में यथास्थिति को बदल दिया है। भारत चाहता है कि यथास्थिति बरकरार रहे। इस बात की कम ही संभावना है कि चीन शांतिपूर्वक पीछे हटे। इस पृष्ठभूमि में भारत को ऐसे उपाय करने चाहिए कि चीन को उसकी आक्रामकता भारी पड़े। इसके लिए भारत को उसे आर्थिक और कूटनीतिक मोर्चे पर घेरना होगा। चीनी आक्रामकता की ओर दुनिया का ध्यान केंद्रित रखने के लिए भारत को इस सैन्य गतिरोध को लंबा खींचना चाहिए। साथ ही भारत को अपनी ‘वन-चाइना’ नीति समाप्त करनी चाहिए।

    22:07 (IST)05 Jul 2020
    VIDEO: लद्दाख जा रही सेना की टुकड़ियों को हिमाचल में देख तिब्बती लगे उत्साह से समर्थन करने
    20:49 (IST)05 Jul 2020
    पीएम ने कर दिया सरेंडर- चीन के मुद्दे पर केंद्र को घेर बोले कांग्रेसी नेता
    20:00 (IST)05 Jul 2020
    चीन से लगी सीमा पर प्रमुख केंद्रों पर तैनाती बढ़ा रही है वायु सेना

    वायुसेना पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर बढ़ते तनाव के मद्देनजर वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास अपने सभी प्रमुख केंद्रों पर फ्रंटलाइन लड़ाकू विमानों, हेलीकॉप्टरों तथा परिवहन बेड़े की तैनाती बढ़ा रही है। इन गतिविधियों से जुड़े लोगों ने शनिवार को यह जानकारी दी। वायु सेना ने क्षेत्र में भारत की सैन्य तैयारियों को और मजबूत करने के लिए कई अग्रिम अड्डों तक भारी सैन्य उपकरणों और हथियार पहुंचाने के लिए सी-17 ग्लोबमास्टर 3 परिवहन विमान और सी-130 जे सुपर हरक्युलिस के बेड़े को लगाया है। उक्त लोगों ने बताया कि वायु सेना भारत और चीन के बीच 3,500 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर विभिन्न अग्रिम क्षेत्रों में सैनिकों को पहुंचाने के लिए अपने इलयुशिन-76 बेड़े का भी इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि वायु सेना पहले ही लेह और श्रीनगर समेत कई प्रमुख वायुसैनिक केंद्रों पर अपने फ्रंटलाइन सुखोई 30 एमकेआई, जगुआर, मिराज 2000 विमान तैनात कर चुकी है।

    19:38 (IST)05 Jul 2020
    मोदी के लेह दौरे पर क्या है ब्रह्म चेलानी का आकलन?

    लद्दाख में भारत और चीन की सेना के बीच गतिरोध और इससे पैदा हालात पर नई दिल्ली स्थित सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च में सामरिक विषयों के प्रोफेसर ब्रह्म चेलानी ने भाषा को बताया कि मोदी के लद्दाख के अग्रिम मोर्चे के दौरे ने चीन की आक्रामकता और अतिक्रमण के खिलाफ भारत की दृढ़ता और आक्रामकता को रेखांकित किया है। हालांकि, हिमालयी क्षेत्र में चल रही तनातनी और चीन के अतिक्रमण को कई हफ्ते तक कम करके बताने का संगठित सरकारी प्रयास हुआ। लेकिन मोदी के इस दौरे ने युद्ध जैसी स्थिति का सामना कर रहे भारत के लिए सबका ध्यान खींचने में मदद की। उनका दौरा और उनका संबोधन जवानों का मनोबल ऊंचा करने वाला था। मोदी द्वारा विस्तारवाद का जिक्र, चीन की साम्राज्यवादी महत्वाकांक्षा के खिलाफ बढ़ती अंतरराष्ट्रीय चिंता की भावना का समर्थन करता है।

    18:48 (IST)05 Jul 2020
    US विदेश मंत्री की हुई एस जयशंकर से बात

    सूत्रों का कहना है कि पोम्पियो ने 10 दिन पहले ही जयशंकर से गलवान घाटी में हुई मुठभेड़ को लेकर फोन कर बातचीत की। हालांकि, कूटनीतिक कारणों से इस चर्चा का ब्योरा जारी नहीं किया गया है। दोनों ही नेता मार्च के बाद से अब तक तीन बार फोन पर बात कर चुके हैं। गौरतलब है कि अमेरिका ने गलवान घाटी में हुई घटना पर 17 जून को एक बयान भी जारी किया था। इसमें उसने कहा था कि हम एलएसी पर भारत और चीन की स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं।

    18:03 (IST)05 Jul 2020
    चीन को अब एक और झटका, Hero Cycles धीरे-धीरे कम करेगा निवेश

    भारत और चीन विवाद के बीच Hero Cycles के एमडी पंकज मुंजाल ने कहा है कि हम विभिन्न हिस्सों से साइकिल्स का सामान खरीदते थे, जिसमें चीन भी शामिल था। अब हम उन्हें जर्मन रिसर्च एंड डेवलपमेंट फैसिलिटी के आधार पर तैयार कर रहे हैं। हमने 900 करोड़ रुपए का प्लान खरीदा था, जिसे चरणबद्ध तरीके से कम किया जाएगा।

    17:23 (IST)05 Jul 2020
    PM ने लेह दौरे से देश को चौंकाया, बगैर नाम लिए दिया था चीन को स्पष्ट संदेश

    दो दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अचानक लद्दाख पहुंचने से हर कोई चौंक गया। पीएम ने नीमू से ही बिना नाम लिए चीन को चेतावनी देते हुए कहा था कि विस्तारवादी ताकतों का अंत हो गया है। हालांकि, आज गुरु पूर्णिमा के मौके पर पीएम ने चुनौतियों से निपटने के लिए शांति की बात की। पीएम ने कहा कि आज हमारे पास कई चुनौतियां हैं। पूरी दुनिया इस वक्त चुनौतियों से जूझ रही है। इन चुनौतियों से निपटने का तरीका सिर्फ भगवान बुद्ध के तरीकों से ही मिल सकता है। वे पूर्व में भी कारगर थे और आज भी कारगर हैं। बुद्ध के शांति के तरीके आने वाले समय में भी उपयोगी रहेंगे।

    16:57 (IST)05 Jul 2020
    चीन की आक्रामकता का आर्थिक एवं कूटनीतिक सहित हर मोर्चे पर जवाब देना होगा: ब्रह्म चेलानी

    भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में सलाहकार रह चुके प्रोफेसर ब्रह्म चेलानी का मानना है कि भारत को चीन की आक्रामकता का आर्थिक व कूटनीतिक सहित हर मोर्चे पर जवाब देना चाहिए। उनके मुताबिक चीन अतिक्रमण किए गए हमारे क्षेत्र को आसानी से खाली नहीं करने वाला है। इस पर अपने दावे को मजबूत करने के लिए वह बातचीत के बहाने समय काटना चाहता है।

    15:46 (IST)05 Jul 2020
    वायुसेना के अग्रिम एयरबेस पर गहमागहमी बढ़ी

    वायुसेना के अग्रिम एयरबेस पर गहमागहमी काफी बढ़ गई है। लड़ाकू विमानों एसयू-30-एमकेआई, मिग-29 और जगुआर पिछले कुछ दिनों से लगातार उड़ानें भर रहे हैं। LAC पार चीनी वायुसेना की बढ़ती गतिविधियों के जवाब में लड़ाकू विमानों ने कई बार आसमान को गड़गड़ाहट से भरकर माहौल गर्म कर दिया। इस बेस पर अमेरिकी सी-17 और सी-130जे के साथ वहां रूसी इल्युशिन-76 और एंटोनोव-32 परिवहन विमान लगातार उड़ान भरते देखे जा रहे हैं। इन परिवहन विमानों के जरिए जवानों और उपकरणों को लाकर LAC पर तैनात किया जा रहा है।

    15:25 (IST)05 Jul 2020
    भारत चीन सीमा पर चार डिवीजन तैनात

    मोर्चेबंदी को मजबूत करने के लिए सेना ने अपनी एक और डिवीजन तैनात कर दी है। इस बीच वायुसेना के विमानों से भारी-भरकम सैन्य साजोसामान पहुंचाने का काम काफी तेजी से चल रहा है। लड़ाकू विमानों एसयू-30-एमकेआई और मिग-29 ने भी कई उड़ानें भरीं। आमतौर पर यहां एक ही डिविजन रहती है लेकिन अब चार डिवीजन तैनात कर दी गई है।

    14:51 (IST)05 Jul 2020
    चीन की घेराबंदी में खुलकर सामने आए अमेरिका और भारत

    चीन के साथ गलवान घाटी में हुए संघर्ष के बाद से अमेरिका भारत के पक्ष में पहले के बनिस्पत ज़्यादा मज़बूती से उतर आया है। यहां तक कि अमेरिका ने साउथ चाइना सी में अपने जंगी जहाजों की तैनाती तक बढ़ा दी है। एक दिन पहले ही अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अमेरिकी जंगी जहाजों ने साउथ चाइना सी में अभ्यास भी किया। यही नहीं हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने एक कांफ्रेंस में साफ ऐलान तक कर दिया था कि दक्षिण एशिया में चीन की गतिविधियों और भारत से तनाव को देखते हुए अमेरिका, जर्मनी समेत युरोप से अपनी सैन्य टुकड़ियों को इस इलाके में भेज रहा है।

    14:16 (IST)05 Jul 2020
    गंगू इलाके में आतंकियों के IED हमले में CRPF का एक जवान घायल

    जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के गंगू इलाके में आतंकियों के IED हमले में CRPF का एक जवान घायल। सुरक्षाबलों ने क्षेत्र को चारों ओर से घेरकर सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है।

    13:48 (IST)05 Jul 2020
    गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की बहादुरी पर फुंसुक लद्दाखी ने पढ़ी कविता

    लद्दाख के लोकप्रिय कवि फुंसुक लद्दाखी ने गलवान घाटी में चीन के साथ लड़ने वाले सैनिकों के सम्मान में कविता रची है। उन्होंने सैनिकों की बहादुरी बताती हुई इस कविता को न्यूज एजेंसी एएनआई के सामने पढ़ा।

    13:04 (IST)05 Jul 2020
    उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू बोले- देश इस वक्त कई आंतरिक और बाहरी समस्याओं से गुजर रहा

    उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने रविवार को ट्वीट में कहा कि भारत इस वक्त इतिहास में सबसे निर्णायक समय से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे सामने कई आतंरिक और बाहरी चुनौतियां हैं। लेकिन हमें अपने सामने वाली हर चुनौती पर मजबूती से प्रतिक्रिया देनी होगी। गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति देश में कोरोनावायरस की समस्या और लद्दाख से लगी एलएसी पर चीन से टकराव के मुद्दे को चुनौती बता रहे हैं।

    12:28 (IST)05 Jul 2020
    चीनी अखबार के संपादक बोले- भारत अपना बढ़ता राष्ट्रवाद रोके

    चीन के प्रोपेगंडा अखबार ग्लोबल टाइम्स के संपादक हू शिजिन ने भारत-चीन तनाव को लेकर मोदी सरकार पर फिर तंज कसा है। शिजिन कहा, "मुझे बचपन में टैगोर की कविताएं पसंद थीं। मैं बॉलीवुड फिल्मों का भी बड़ा शौकीन रहा हूं। वैश्विक स्तर पर भारत की उपलब्धियां बेहतरीन हैं। हालांकि, भारत को अपना बढ़ता राष्ट्रवाद रोकना चाहिए। भारत की सोच चीन के प्रति गलत दिशा में जारी रही है।"

    11:54 (IST)05 Jul 2020
    पुलवामा में CRPF दस्ते पर आतंकी हमला

    जम्मू कश्मीर के पुलवामा में एक बार फिर सीआरपीएफ के दस्ते को निशाना बनाते हुए आतंकी हमला किया गया है। खबर है कि आईईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ का एक जवान जख्मी हुआ है। यह हमला पुलवामा के गंगू इलाके में हुआ है। फिलहाल सुरक्षाबलों ने इलाके को चारों तरफ से घेरकर आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है। घटनास्थल पर फायरिंग की भी जानकारी मिली है। पढ़ें पूरी खबर...

    11:25 (IST)05 Jul 2020
    दक्षिण चीन सागर में चीन की ड्रिल, वियतनाम-फिलीपींस ने जताया विरोध

    भारत के साथ लद्दाख सीमा पर विवाद के दौरान ही चीन दक्षिण चीन सागर में भी पड़ोसियों के साथ तनाव पैदा करने में जुटा है। चीन ने यहां सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। इस पर पड़ोसी वियतनाम और फिलीपींस ने आपत्ति जताई और चीनी शासन की आलोचना की है। अमेरिका ने भी दोनों देशों की समस्या को समझते हुए इस क्षेत्र में अपने दो युद्धपोत तैनात कर दिए हैं।

    10:54 (IST)05 Jul 2020
    चीन ने कहा- भूटान से भी है हमारा सीमा विवाद

    चीन ने शनिवार को पहली बार आधिकारिक तौर पर भूटान के साथ सीमा विवाद के बारे में बयान दिया है। चीन ने कहा है कि पूर्वी सेक्टर में उसका भूटान से जमीन को लेकर विवाद है। चीन ने भारत पर भी निशाना साधते हुए कहा है कि किसी तीसरे देश को इस विवाद में कूदने की जरूरत नहीं है। गौरतलब है कि भूटान और चीन के बीच पिछे 32 सालों में सीमा विवाद सुलझाने के लिए 24 राउंड्स बातचीत हो चुकी है। हालांकि, चीन भूटान के साथ विवादित जमीन घेरने पर अड़ा है।

    10:22 (IST)05 Jul 2020
    लद्दाख में एलएसी के पास चीन की हर हरकत पर नजर रख रहे भारतीय लड़ाकू विमान

    भारतीय वायु सेना (IAF) के अपाचे ने भारत-चीन बॉर्डर के पास एयर ऑपरेशंस के दौरान शनिवार को अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर फॉरवर्ड एयरबेस के पास उड़ान भरते नजर आए हैं। इसी बीच, वायुसेना के Su-30MKI और MiG-29 फाइटर जेट विमान भी इस ऑपरेशन में शामिल रहे। भारतीय वायुसेना के युवा अफसर से जब इस बारे में समाचार एजेंसी एएनआई  ने बात की तो उन्होंने कहा कि इस एयरबेस पर हर योद्धा पूरी तरह से ट्रेन्ड है और हर किस्म की चुनौती पर खरा उतरने को तैयार है। हमारा जोश हमेशा हाई रहता है और हम आकाश को शौर्य के साथ छूते हैं।

    09:59 (IST)05 Jul 2020
    लद्दाख में स्थिति शांत करने के लिए अभी बातचीत पर ही निर्भर रहेगा भारत

    भारत और चीन लद्दाख में स्थिति शांत करने के लिए अभी बातचीत पर ही जोर देंगे। द हिंदू अखबार के मुताबिक, पीएम मोदी के लद्दाख दौरे से दोनों देशों के बीच जारी सैन्य बातचीत पर कोई खास असर नहीं होगा और सैन्य बातचीत के जरिए ही इस मामले को सुलझाया जाएगा। गौरतलब है कि चीन ने भारत से लगी एलएसी पर तीन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में फौज तैनात की है। यह क्षेत्र हैं पैंगोग सो, गलवान घाटी और हॉट स्प्रिंग्स।