India-China Border: चीन की सरकारी मीडिया ने मंगलवार (16 जून, 2020) को चीनी सेना के हवाले से दावा किया कि गलवान घाटी क्षेत्र पर उसकी ‘हमेशा’ संप्रभुता रही है और आरोप लगाया कि भारतीय सैनिकों ने ‘जानबूझकर उकसाने वाले हमले किए’ जिस कारण ‘गंभीर संघर्ष हुआ और सैनिक हताहत हुए।’ बता दें कि गलवान घाटी साल 1962 में दोनों देशों के बीच हुए युद्ध के बाद से एलएसी के भारतीय में क्षेत्र में एक शांत इलाका था। मगर पिछले महीने चीनी सैनिकों में इस क्षेत्र में घुसपैठ की।
मंगलवार रात नई दिल्ली ने चीन पर आरोप लगाया कि वो पूर्वी लद्दाख में स्थित गलवान घाटी में एकतरफा यथास्थिति को बदलने की कोशिश कर रहा है। भारत ने कहा कि गलवान घाटी में हुए संधर्ष में दोनों पक्षों को नुकसान उठाना पड़ा है, जिसे टाला जा सकता था क्योंकि वरिष्ठ सैन्य कमांडरों की बैठक में 6 जून को दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ था। भारत और चीन की सेना के बीच पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग सो, गलवान घाटी, डेमचोक और दौलत बेग ओल्डी में गतिरोध चल रहा है।
इधर चीन ने भारतीय सैनिकों पर सोमवार शाम को गालवान घाटी में एलएसी पार करने और जानबूझकर भड़काऊ हमले शुरू करने का आरोप लगाया है, जिससे गंभीर झड़पें और सैनिक हताहत हुए हैं। चीन की ग्लोबल टाइम्स अखबार की एक रिपोर्ट में गलवान घाटी पर बीजिंग के दावे का हवाला देते हुए चीनी सेना के वेस्टर्न थिएटर कमांड के प्रवक्ता सीनियर कर्नल झांग शुइली के हवाले से लिखा गया कि चीन की हमेशा से गलवान घाटी पर संप्रभुता रही है। भारतीय सैनिकों ने अपने वादे तोड़े और सोमवार को एक बार फिर गलवान घाटी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा को पार किया और जानबूझकर उकसाने वाले हमले किए, जिससे गंभीर संघर्ष हुआ और सैनिक हताहत हुए। कर्नल शुइली के हवाले से पीएलए के बयान पर भारतीय पक्ष की तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
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‘ग्लोबल टाइम्स’ ने पीएलए के बयान का हवाला देते हुए ‘गंभीर संघर्ष और हताहत’ होने की बात स्वीकार की लेकिन चीन के अखबार ने चीनी पक्ष के हताहतों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। पीएलए ने बयान में दावा किया कि भारतीय सीमा पर तैनात बल अपने शब्दों पर कायम नहीं रहे और दोनों देशों के बीच बनी सहमति का गंभीर रूप से उल्लंघन किया, कमांडर स्तर की वार्ता के दौरान बनी सहमति का उल्लंघन किया और दोनों देशों की सेनाओं के बीच संबंधों और दोनों देशों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई।
झांग ने कहा कि भारत को सभी उकसावे वाली कार्रवाई रोक देनी चाहिए, चीनी पक्ष से बात करनी चाहिए और वार्ता के माध्यम से विवाद के समाधान के सही रास्ते पर लौटना चाहिए। बता दें कि काफी संख्या में चीनी सैनिक अस्थाई सीमा के अंदर भारतीय क्षेत्र में पैंगोंग सहित कई स्थानों पर घुस आए हैं। भारतीय सेना ने घुसपैठ पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है और क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए उनकी तुरंत वापसी की मांग की है। गतिरोध दूर करने के लिए दोनों पक्षों के बीच पिछले कुछ दिनों में कई वार्ताएं हुई हैं।
उल्लेखनीय है कि पीएलए के सैनिकों के हताहत होने के बारे में चीन के अधिकारी जहां चुप हैं वहीं सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा संचालित ग्लोबल टाइम्स टैबलॉयड की संपादक हू शिजिन ने ट्वीट किया कि चीनी सैनिक भी हताहत हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘गलवान घाटी में चीन और भारत के सैनिकों के बीच गंभीर मारपीट हुई। भारतीय पक्ष ने बताया कि भारतीय सेना के तीन लोग शहीद हो गए। स्थिति से अवगत लोगों की जानकारी के मुताबिक हमारे तरफ के सैनिक भी हताहत हुए हैं।’ (एजेंसी इनपुट)