भारत और चीन में एलएसी पर तनाव के मद्देनजर देश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सक्रिय हो गया है। खबर है कि चीन के साथ तनातनी के बीच पिछले सप्ताह आरएसएस और भाजपा नेताओं के बीच ताबड़तोड़ बैठकें हुईं। चीन की विस्तारवादी नीति के खिलाफ जमीनी स्तर पर सामाजिक दबाव बनाने के लिए संघ परिवार की तरफ से केंद्र सरकार को सहयोग दिया जाएगा।

इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के अनुसार यह बैठक लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के पूर्व आवास पर हुई। खबर के अनुसार हालांकि, कई भाजपा नेता इस तरह की किसी भी बैठक से इनकार कर रहे हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि आरएसएस नेता भैयाजी जोशी की यह सामान्य दौरा था।

बताया जा रहा है कि संघ की भाजपा नेताओं के साथ हुई बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष भी शामिल थे। बैठक में देश की सीमाओं, आंतरिक मामलों और सांस्कृतिक मुद्दों पर चर्चा हुई। आरएसएस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि संघ परिवार चीन को दुनिया में अलग-थलग करने के लिए सामाजिक दबाव बनाने की दिशा में काम कर रहा है।

उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत भारत से ही होगी। संघ के नेता ने बताया कि हम ऑस्ट्रेलिया, जापान समेत अन्य महत्वपूर्ण देशों के साथ सामरिक भागीदारी कर रहे हैं। हम देख रहे हैं कि किस तरह मालदीव, श्रीलंका या नेपाल और यहां तक कि मुस्लिम देशों के संगठन ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉन्फ्रेंस को भी हमारे खिलाफ इस्तेमाल किया जा रहा है। हमें लगता है कि सरकार इस संबंध में सही दिशा की तरफ बढ़ रही है।